मिस्र की अहम अप्पोज़ीशन ने अपना मौक़िफ़ तबदील करते हुए आज अवाम से अपील की के वो मुतनाज़ा मुसव्वदा दस्तूर के बारे में रैफ़रंडम में नफ़ी(नहि) में जवाब दें।
ताहम मुतालिबा किया के रैफ़रंडम एक ही दिन और अदालत की मुकम्मल निगरानी में मुनाक़िद किया जाये। दरीं असना फ़ौज ने इस्लाम पसंद सदर मुहम्मद मर्सी और बड़ी हद तक सेक्युलर अप्पोज़ीशन के दरमयान बाद में किसी ग़ैर मुअय्यना तारीख़ पर सझोते की बातचीत का मंसूबा मुल्तवी कर दिया।
अप्पोज़ीशन पार्टीयों के हलीफ़ क़ौमी नजात दहंदा महाज़ ने शहरीयों से रैफ़रंडम में नफ़ी का जवाब देने की अपील की। क़ब्लअज़ीं इस ने रैफ़रंडम का बाईकॉट करने की अपील की थी।
मिस्र के मर्कज़ी एलैक्शन कमीशन ने मुसव्वदा दस्तूर पर 15 और 22 दिसमबर को राय दही करवाने का एलान किया है। क़ब्लअज़ीं सिर्फ़ 15 दिसमबर की तारीख़ मुक़र्रर की गई थी।
अल-जज़ीरह ख़बररसां टी वी चैनल के बमूजब अप्पोज़ीशन ने मुकम्मल अदालती निगरानी के तेहत राय दही करवाने का मुतालिबा करते हुए कहा कि बैन-उल-अक़वामी और मुक़ामी एन जी औज़ को भी निगरानी की इजाज़त दीनी चाहीए।
मिस्री फ़ौज ने अपने एक बयान में कहा कि सदर मर्सी और अप्पोज़ीशन के दरमयान मुजव्वज़ा मुलाक़ात और समझौता की बातचीत फ़िलहाल मुल्तवी की जाती है।
इस अलतवा की वजहे कई सयासी क़ाइदीन की तरफ से दावतनामा पर सर्दमहरी का रवैय्या इख़तियार करना बताई जाती है।