लक्ष्मण बी जे पी आमिला कमेटी से मुस्ताफ़ी

साबिक़ सदर बी जे पी बंगारू लक्ष्मण ने रिश्वत मुक़द्दमा में दिल्ली कोर्ट की जानिब से सज़ा सुनाए जाने के बाद आज बहैसियत पार्टी क़ौमी आमिला कमेटी रुकन इस्तीफ़ा दे दिया। बंगारू लक्ष्मण को 2001 में फ़र्ज़ी अस्लाह मुआमलत के सिलसिला में एक लाख रुपये रिश्वत लेने पर अदालत ने चार साल जेल और एक लाख रुपये जुर्माना की सज़ा सुनाई थी।

उन्होंने सदर बी जे पी नितिन गडकरी को मौसूमा मकतूब में कहा कि अदालती फैसला के बाद वो पार्टी के लिए परेशान कुन सूरत-ए-हाल पैदा करना नहीं चाहते। ताहम वो बी जे पी रुकन बरक़रार रहेंगे । नीतिन गडकरी ने सदर बी जे पी का ओहदा सँभालने के बाद बंगारू लक्ष्मण को पार्टी में ज़्यादा मूसिर रोल की कोशिश की थी।