यूपी की राजधानी लखनऊ में सोमवार देर रात भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री प्रत्यूषषमणि त्रिपाठी की अज्ञात लोगों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. उनका शव बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के पास सड़क पर मिला. राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना पर भाजयुमो कार्यकर्ता और स्थानीय लोग अस्पताल पहुंचे और हंगामा किया.
लखनऊ के केसरबाग के तालाब गगनी शुक्ल मोहल्ले में रहने वाले प्रत्युषमणि त्रिपाठी भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री थे. पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात करीब 11 बजे राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी कि बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के बाहर सड़क पर एक युवक गंभीर हालत में पड़ा है. सूचना पर पुलिस पहुंची तो वहां पर युवक की बाइक भी पड़ी थी. पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जांच के दौरान मृतक की शिनाख्त प्रत्यूषमणि त्रिपाठी के रूप में हुई. पुलिस ने परिवार वालों को घटना की जानकारी दी. प्रत्यूषमणि त्रिपाठी के परिवार में पत्नी सीमा, बेटा वंश, बेटी रुद्राक्षी व दो माह की बेटी है. पति की हत्या की सूचना मिलते ही पत्नी बेसुध हो गई. घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल था.
अस्पताल में पुलिस-कार्यकर्ताओं में झड़प
रात में अस्पताल पहुंचे भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान लोगों ने आरोपियों को जल्द पकड़ने की मांग की. हंगामे की सूचना पर डीएम व एसएसपी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए एसएसपी को फौरन हटाने की मांग की. हंगामे के दौरान भाजपाईयों व पुलिस की तीखी झड़प हुई.