लखवी को हिन्दुस्तान या बैन-उल-अक़वामी अदालत के सुपुर्द करने बाइस का पाकिस्तान से मुतालिबा

नई दिल्ली

इंतेहा-ए-पसंद ग्रुप्स पर क़ाबू पाने से क़ासिर रहने पर पाकिस्तान पर तन्क़ीद करते हुए एक बारसूख अमरीकी रुकन ने ख़ाहिश की कि मुंबई हमले के कलीदी साज़िशी ज़की उलरहमन लखवी को बैन-उल-अक़वामी फ़ौजदारी अदालत के या हिन्दुस्तान के सुपुर्द किया जाये ताकि इस पर इंसानियत सोज़ जराइम के सिलसिले में मुक़द्दमा दायर किया जाये।

अमरीकी ऐवान नुमाइंदगान की ताक़तवर ख़ारिजा ताल्लुक़ात कमेटी के सदर नशीन ऐड बाइस ने ये भी कहा कि ख़लीजी ममालिक में बाज़ ख़ानदान 600 देवबंदी मदरसों को जो पाकिस्तान में क़ायम हैं, मालिया फ़राहम कररहे हैं। ये एक इंतेहाई तशवीशनाक बात है। उन्हों ने कहा कि दहशतगर्दी इस इलाक़े को दरपेश एक बड़ा ख़तरा है।

बाइस ने आई एस आई पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि सीवीलीन हुकूमत को मुस्तहकम करने की ज़रूरत है, इस के बाद पाकिस्तानी महिकमा सुराग़ रसानी को इन सरगर्मीयों से बाज़ आ जाने केलिए कहा जा सकता है जिन में वो मसरूफ़ है। लखवी का नाम लाए बगै़र बाइस ने जो एक ग़ैर जांबदार कांग्रेसी वफ़द की क़ियादत कररहे हैं, पाकिस्तान से कहा कि उस को चाहिए कि लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगरदों को जो 26 नवंबर के मुंबई हमला मुक़द्दमे में माख़ूज़ हैं, इंसाफ़ के कठहरे में खड़ा करे।

उन्होंने इज़हारे हैरत किया कि लखवी कैसे मुलाक़ातियों से बातचीत कररहा है हालाँकि इस के ख़िलाफ़ कार्रवाई होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यही शख़्स मुलाक़ातियों से बातचीत भी कररहा है और उसे इंसाफ़ के कठहरे में खड़ा नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि हम इस के इव्ज़ पाकिस्तान से ख़ाहिश करते हैं कि उस शख़्स को हिन्दुस्तान या बैन-उल-अक़वामी अदालत के हवाला कर दिया जाये।