ममनूआ दहश्तगर्द तंज़ीम लश्करे झांगवी के सरब्राह मलिक असहक़ की हिरासत की मुद्दत में मज़ीद तीन माह की तौसीअ करदी गई है।
उन्हों ने मुबय्यना तौर पर श्रीलंका की क्रिकेट टीम के 2009 में दौरा के मौक़ा पर इस पर हमले की साज़िश की थी और गुज़िश्ता मुहर्रम में नज़्मो क़ानून की सूरते हाल अबतर बनादी थी।
मलिक असहक़ पर 100 से ज़्यादा अफ़राद बाशमोल एक ईरानी सिफ़ारतकार के क़त्ल का इल्ज़ाम है।