एक हलकी शिद्दत का ज़लज़ला लिटिल एंड विमान के मशरिक़ी साहिल के क़रीब महसूस किया गया।फ़ौरी तौर पर किसी जानी या माली नुक़्सान की इत्तिला नहीं है। ज़लज़ला 12.24बजे दिन आया जिसकी शिद्दत 4.8रिकार्ड की गई जिस का मब्दा 10.6दर्जे शुमाली अर्ज़ बुलंद और 92.8 दर्जा मशरिक़ी तूल बलद पर 30किलोमीटर की गहराई में था। महिकमा-ए-मौसमीयत के बमूजब चूँकि उसकी शिद्दत ज़्यादा नहीं थी इस लिए किसी जानी या माली नुक़्सान का अंदेशा नहीं है।