नई दिल्ली: दिल्ली लेफ्टिनेंट गवर्नर के कार्यालय ने पुलिस से नकली ट्विटर अकाउंटर के बारे में जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया है जो अनिल बैजल के नाम से खोले गए और उन पर भ्रामक पोस्ट डाले गए हैं। ऐसे दो ट्विटर खाते हैं जिनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और निर्वाचित सरकार को आलोचनाओं का निशाना बनाया गया। पूर्व गृह सचिव को 28 नवंबर को दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर नियुक्त किया गया।
उन्होंने कल अपना सरकारी ट्विटर खाते शुरू किया और इस समय दो हजार से अधिक लोगों को इस समूह में शामिल हुए हैं। लेफ्टिनेंट गवर्नर के कार्यालय ने दिल्ली पुलिस को सारे मामले की जांच करते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया कि इस तरह के नकली खाता चला रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि उन्हें एक पोस्ट नजीब जंग की ओर से नियुक्त शुंगलू समिति के सम्बन्ध में भी है। उन्होंने ‘आप’ सरकार के निर्णय की समीक्षा के लिए इस समिति का गठन किया था। सूत्रों के अनुसार इन पदों के द्वारा यह अनुमान लगाया जा सकता है कि जो भी इसे चला रहा है, वह सरकार और लेफ्टिनेंट गवर्नर के बीच जारी खींचतान से परिचित है। क्योंकि एक और पोस्ट में केजरीवाल को निशाना बनाते हुए कहा गया है कि किसी बात पर असहमति होने के बावजूद इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।