लोकपाल बिल से दस्तूरी बोहरान पैदा होगा, राज्य सभा में मुबाहिस

नई दिल्ली ३० दिसम्बर (पी टी आई) अपोज़ीशन ने आज लोक पाल बिल पर तन्क़ीद करते हुए कहाकि इस से दस्तूरी बोहरान पैदा होगा और मर्कज़ लोक आयुक्तो के क़ियाम के लिए दफ़आत वज़ा करते हुए रियास्तों के हुक़ूक़ को सल्ब करने की हौसला अफ़्ज़ाई करेगा।

राज्य सभा में लोक पाल बिल पर मुबाहिस का आग़ाज़ करते हुए अपोज़ीशन लीडर अरूण जेटली ने लोक पाल बंच में अक़ल्लीयतों को कोटा लोक पाल के दायरा से सी बी आई को दूर रखते हुए इन जी ओ को शामिल करने की मुख़ालिफ़त की।

उन्हों ने कहाकि अगर आप एक तारीख़ बनाने जा रहे हैं तो ये बहुत ही ख़राब तारीख़ होगी। हम आने वाली नसलों पर बेशुमार मसाइल मुसल्लत करेंगी। उन्हों ने वाज़िह किया कि बी जे पी लोक पाल बिल की मौजूदा शक्ल में हिमायत नहीं करेंगे। बराह-ए-करम हमारे रफ़क़ा की जानिब से पेश करदा तरमीमात को क़बूल करें। लोक पाल और लोक आयुक़्त बिल 2011 में शक़ बह शक़ जायज़ा लेते हुए अरूण जेटली ने कहाकि इस बल को दस्तूरी चैलेंज पैदा करने के लिए तैयार किया गया है।

हमें एक ऐसा इदारा बनाना चाहीए जो एक दस्तूरी तौर पर मुम्किन होसकी। रियास्तों में लोक आयो कुत्तों के क़ियाम पर वज़ा करदा दफ़आत का हवाला देते हुए बी जे पी लीडर और नामवर वकील अरूण जेटली ने कहाकि इस से मर्कज़ की जानिब से बालादस्ती हासिल की जाएगी और वो रियास्तों के इख़्तयारात पर असरअंदाज़ होसकता है।

आख़िर आप एक दस्तूरी बोहरान क्यों पैदा करना चाह रहे हैं। क्या हुकूमत दस्तूरी का कुटिल बनाने की कोशिश कररही है। हुकूमत एक इदारा के क़ियाम से क़बल ही उसे सुबू ताज करना चाहती है। अब इदारा को क़ियाम से क़बल ही ख़तम् करना चाहते हैं।

जेटली ने कहाकि उन की पार्टी ने बल के 3 शक़ों की मुख़ालिफ़त की है और उन दफ़आत को नाक़ाबिल अमल क़रार दिया है। सी बी आई के ताल्लुक़ से जेटली ने लोक पाल के दायरा के तहत इस इदारा को लाने की ख़ाहिश की। इस के साथ डावर कट्टू रेट, इस्तिग़ासा को भी मुंसलिक किया जाए। एक मोस्सर लोक पाल को मोस्सर तहक़ीक़ाती एजैंसी जैसे सी बी आई की सख़्त ज़रूरत हैं।

आप एक लोक पाल बना रहे हैं लिहाज़ा ये बाइख़तियार इदारा होना चाहीए। उन्हों ने लोक पाल बिल के तहत इन जी औज़ और ट्रस्टों को शामिल करने की मुख़ालिफ़त की। उन्हों ने कहाकि में नहीं समझती कि इस ऐवान के अरकान आप की ताईद करेंगे।