नई दिल्ली,०२ दिसम्बर:(पी टी आई) पारलीमानी कमेटी ने जो लोक पाल बल का जायज़ा लेने के लिए मुक़र्रर की गई है आज दो अहम कलीदी फ़ैसलों को एक ही दिन में बरअक्स कर दिया।
कमेटी ने लोक पाल के दायरा कार से ग्रुप सी सरकारी ओहदेदारों को बाहर रखने की ताईद की और कहा कि मौजूदा सी बी आई डायरैक्टर के इंतिख़ाब के तरीका-ए-कार में कोई दख़ल अंदाज़ी ना की जाय हालाँकि इस इक़दाम की कम अज़ कम 10 अरकान ने मुख़ालिफ़त की।
एक दिन पहले ही पारलीमानी असटानडनग कमेटी बराए पर्सोनल-ओ-क़ानून-ओ-इंसाफ़ ने लोक पाल बल पर अपनी रिपोर्ट को क़तईयत दी थी। इस के सदर नशीन अभिषेक सिंघवी ने आज शाम इन दो मसाइल पर अज़सर-ए-नौ तबादला-ए-ख़्याल के लिए एक हंगामी इजलास तलब किया।
इजलास में कई अरकान जिन में से बेशतर कांग्रेसी थी, कहा कि ग्रुप सी ओहदेदारों को लोक पाल के दायरा कार में शामिल नहीं करना चाहीयॆ, क्योंकि इस से नए इदारा पर बहुत ज़्यादा दबाॶ पड़ेगा। उन्हों ने ये भी कहा कि सी बी आई के डायरैक्टर का तक़र्रुर लोक पाल के दायरा कार में शामिल करने से नए इदारा पर बहुत ज़्यादा बोझ पड़ेगा।
अरकान ने ये भी कहा कि सी बी आई के डायरैक्टर का तक़र्रुर कमेटी के दायरा कार में शामिल नहीं है क्योंकि लोक पाल बल का मक़सद एक एहतिसाब करने वाले इदारा के तौर पर किया जा रहा है। बी जे पी, समाजवादी पार्टी, सी पी आई ऐम और आर एस पी के कम अज़ कम 10 अरकान ने कमेटी के मौक़िफ़ में अचानक बरअक्स तबदीली को एक ऐसा फ़ैसला क़रार दिया जो कमेटी के क़ियाम का मक़सद नहीं है। ताहम उन के इद्दिआ को नजरअंदाज़ करते हुए सदर नशीन अभिषेक सिंघवी ने फ़ैसला से इत्तिफ़ाक़ किया।