लोक सभा चुनाव के लिए वोटिंग मशीन का हुसूल

इलेक्शन कमीशन ने इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन आफ़ इंडिया लिमिटेड ( ई सी आई एल ) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ( बी ई एल ) को लोक सभा चुनाव के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन्स की सरबराही का आर्डर दिया है।

कमीशन के एक ओहदेदार ने बताया कि इलेक्शन कमीशन को लोक सभा चुनाव के लिए जो अप्रैल मई में मुनाक़िद होने वाले हैं 16 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की ज़रूरत होगी।

कमीशन ने जुमला 2.5 लाख कंट्रोलिंग यूनिट्स और तक़रीबा 4 लाख बयालट यूनिट्स की फ़राहमी का ई सी आई एल हैदराबाद और बी ई एल बैंगलौर को आर्डर दिया है।

दोनों इदारे निस्फ़ निस्फ़ आर्डर की तकमील करेंगे। इमकान हैके वोटिंग मशीन्स की सरबराही जारीया माह के ख़त्म तक अमल में आएगी। ये आर्डर जुमला ज़ाइद अज़ 300 करोड़ रुपये का होसकता है। हर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एक कंट्रोलिंग यूनिट और एक बयालट यूनिट पर मुश्तमिल होता है।

उन्होंने बताया कि हालाँकि अभी वज़ारत फाइनैंस की तरफ से अभी कीमत का एलान नहीं किया गया है लेकिन एक अंदाज़ा के मुताबिक़ हर वोटिंग मशीन की कीमत 10,500 रुपये के आस पास होसकती है।

उन्होंने कहा कि कीमत का एलान वज़ारत फाइनैंस की तरफ से किया जाएगा। वज़ारत क़ानून को एक दरख़ास्त वज़ारत फाइनैंस को रवाना करनी होगी।

उन्होंने बताया कि जुमला आर्डर का 30 फ़ीसद इलेक्शन कमीशन तक पहूंच चुका है। ई सी आई एल ने 1.91 लाख बयालट यूनिट्स और 1.25 लाख कंट्रोलिंग यूनिट्स की सरबराही का आर्डर मिलने की तौसीक़ की है और कहा के मार्च के ख़त्म तक उसकी तकमील के लिए काम जारी है।

इंतिख़ाबात में वोटिंग मशीनों के मुतआरिफ़ करवाए जाने के बाद से ई सी आई एल ने जुमला 7.4 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन्स कमीशन को फ़राहम किए हैं। हर वोटिंग मशीन में इन में से कोई नहीं का बटन भी रहेगा जिस से राय दहनदे अगर किसी उम्मीदवार को वोट ना देना चाहें तो अनहें येह इख़तियार हासिल रहेगा।