लोग कहते हैं पैसा ऊपर जाता है, मेरे तक तो नहीं आता : वजीरे आला

रियासत के तमाम जिलों के डीएम और एसपी के साथ बैठक में जुमा को वजीरे आला जीतन राम मांझी खुलकर बोले। उन्होंने अफसरों से पूछा-लोग कहते हैं घूस का पैसा ऊपर जाता है। ऊपर तो मैं बैठा हूं। मेरे पास तो नहीं आता। आखिर पैसा जाता कहां है? मांझी ने कहा-2005 से 2010 के दरमियान बिहार में हर तरफ हुकूमत के काम की तारीफ होती थी। उसके बाद ऐसा क्या हुआ, जो मुसलसल गिरावट आती जा रही है? ऐसा क्यों हो रहा है? इस पर गौर करने की जरूरत है।

उन्होंने अपने जिलों में तैनात अफसरों के हाल के कई मिसाल भी दिए और कहा हम आप लोगोें पर शक नहीं कर रहे, लेकिन रिजल्ट सामने नहीं आ रहे हैं। कानून निजाम और तरक़्क़ी में रुकावट नहीं आनी चाहिए। आप चाहें तो हर मसला का हल कर सकते हैं।

भाई-भतीजावाद नहीं है, आप सीधे मुझसे मिलें

हम भाई-भतीजावाद नहीं करते हैं, क्योंकि हमारा कोई रिश्तेदार आईएएस या आईपीएस तो है नहीं। आप जब चाहें मुझसे सीधे आकर मिल सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि चीफ़ सेक्रेटरी के जरिये से ही मुझसे मिलें। दलालों का सफाया करें। पैक्स इंतिख़ाब होने वाले हैं। पैक्स में हर खानदान का मेम्बर हो, यह यकीन दिहानी करें।

मैंने पैरवी नहीं की तो भतीजे को नहीं मिला लाइसेंस

वजीरे आला ने कहा-आम शिकायत है कि असलाह का लाइसेंस देने में लापरवाही होती है। मेरे भतीजे ने लाइसेंस पर नाम तब्दील कराने के लिए दरख्वास्त दिया है। जिला तो मैं नहीं बताऊंगा, लेकिन मैंने पैरवी नहीं की इसलिए आज तक काम नहीं हुआ। आधे से ज़्यादा असलाह के लाइसेंस मुजरिमाना शोबिया वालों को मिले हैं। डीएम वक़्त के अंदर जरूरतमंदों को लाइसेंस दें।