लोस एंजेल्स: सिमी वैली में एक 29 वर्षीय व्यक्ति को एक मस्जिद के नज़दीक एक नमाज़ी को चाक़ू घोंप कर घायल करने के बाद गिरफ्तार किया गया और उस पर संदेह के आधार पर नफरत के तहत अपराध करने का मुकदमा दर्ज किया गया है, अधिकारीयों ने बताया।
शनिवार रात 11:15 पर पुलिस को एर्रिन्गेर रोड के 1800 ब्लाक के पास शौपिंग सेण्टर की पार्किंग में कुछ लोगों के लड़ने की सूचना मिली, सार्जेंट ऐडम डारोघ ने बताया। शौपिंग सेण्टर मस्जिद की बगल में है, डारोघ ने बताया।
जब अधिकारी पहुंचे और उन्होंने लड़ रहे लोगों को अलग कराया तब उन्होंने देखा कि एक को चाकू मारा गया है।
“जांच के दौरान अधिकारीयों ने पाया कि आरोपी ने इबादत कर के आ रहे व्यक्ति को रोका, थोड़ी देर कहासुनी के बाद उनमें लड़ाई हो गयी। इसी हाथापाई के दौरान पीड़ित को चाकू मारा गया,” डारोघ ने बताया।
पुलिस ने अपराध स्थल के करीब से ही संदिग्ध हमलावर जॉन मैटसन को गिरफ्तार किया। मैटसन को हिरासत में ले लिया गया है और घृणा अपराध के संदेह में वेंचुरा काउंटी मुख्य जेल में बंद किया गया है, डारोघ ने कहा।
जेल के रिकॉर्ड के मुताबिक मैटसन की जमानत राशी 25 हज़ार डॉलर तय की गयी है। वह मंगलवार को अदालत में पेश होगा।
वेंचुरा कोर्ट सुपीरियर कोर्ट रिकार्ड्स के मुताबिक पिछले कुछ सालों में इसी नाम और जन्मदिन वाले व्यक्ति कई घटनाओं में संलिप्त पाया है। पुलिस उसके पिछले रिकॉर्ड की जांच कर रही है। पिछले साल उसे फर्जी आतंकी धमकियाँ देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारीयों ने पीड़ित के बार में अधिक जानकारी नहीं दी। उन्होंने बताया कि उसका इलाज करा दिया गया है और उसके कोई जानलेवा ज़ख्म नहीं हुआ था।
“हम इस बात की जान कर रहे हैं कि यह हमला पीड़ित के हुलिए या मस्जिद से उसके सम्बन्ध के कारण तो नहीं हुआ। हम इस घटना की वजह से चिंतित हैं। हम नहीं चाहते की यहाँ के नागरिक भय के माहौल में जियें,” डारोघ ने कहा।
हुस्सम अयोलुश, कौंसिल ओं अमेरिकन इस्लामिक रिलेशन के लोस एंजेल्स चैप्टर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने कहा कि उन्होंने सिमी वैली में लोगों से बात की है और वे इस घटना से बेहद दुखी है।
इलेक्शन डे के बाद से, सीऐआईआर को लगभग 200 चाकू मार कर घायल करने की घटनाओं की सूचना मिल चुकी है।
“इस पर यकीन करना बेहद मुश्किल होता है कि इतने सालों बाद आज भी हमें अपने ही देश में नफरत और हिंसा का सामना करना पड़ता है, वह भी साउथ कैलिफ़ोर्निया जैसे विविधताओं वाले इलाके में,” अयोलुश ने कहा।
एफबीआई के आँकड़ों के अनुसार, मुस्लिम विरोधी अपराधों में चाकू मार कर घायल करने की घटनाओं में एक उछाल आया है, जो 2015 में 67% पार कर गया है।
हाल के कुछ हफ़्तों में, कैलिफ़ोर्निया की मस्जिदों को नरसंहार की धमकी और मुसलमानों के लिए अपमानजनक टिपण्णी वाले पत्र भी प्राप्त हुए हैं। राष्ट्रपति चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ऐसी घटनाओं में बेहद वृद्धि हुयी है।
साभार: latimes.com