नई दिल्ली: मर्कज़ी विज़ारत अक़िलियती उमूर की मुशावरती कमेटी का इजलास आज मुनाक़िद हुआ ताकि मर्कज़ी वक़्फ़ काउंसिल और वक़्फ़ (तरमीमी) क़ानून पर तबादला-ए-ख़्याल किया जा सके और इसकी मवसर अमलावरी के चैलेंज का सामना किया जा सके। ये इजलास कल शाम मुनाक़िद किया गया था।
जिसकी सदारत मर्कज़ी वज़ारत अक़िलीयती उमूर की वज़ीर नजमा हेपतुल्ला ने की इस मौक़े पर इजलास में कमेटी अरकान ने अपनी तजावीज़ पेश कीं ताकि क़ानून पर मवसर अमलावरी हो सके। नजमा हेपतुल्ला ने कमेटी के अरकान को इन इक़दामात से वाक़िफ़ करवाया जिसके ज़रिये मसाइल की यकसूई हो सके जो अरकान ने पेश किए थे।
उन्होंने अरकान के काबिल-ए-क़दर मश्वरों पर उनका शुक्रिया अदा किया और तयक़्क़ुन दिया कि उनकी तजावीज़ पर मुम्किना हद तक अमल करने की कोशशकी जाएगी। इजलास में लोक सभा अरकान अनवर राझा, मौलाना इसरार-उल-हक़ मुहम्मद, ई पी मुहम्मद बशीर और राज्य सभा अरकान अली अनवर अंसारी और जवाए इब्राहाम ने शिरकत की।