वज़ारत अक़ल्लीयती उमोर की खतीर ( ज्यादा) फंड्स के इस्मेमाल में तसाहली

अलीगढ़ के फ़ोर्म फ़ार मुस्लिम स्टडीज़ ऐंड एनालाइसीस (FIYSA) ने वज़ारत अक़ल्लीयती उमोर की जानिब से 87 करोड़ रुपये के ख़तीर फंड्स को इस्तेमाल ना करने और बिल आख़िर इस रक़म को वापस कर देने पर तशवीश और ब्रहमी का इज़हार किया है।

इस मुआमला पर FMSA ने एक जायज़ा इजलास भी मुनाक़िद किया जिस की सदारत प्रोफेसर रज़ा उल्लाह ख़ान ने की। उन्होंने कहा कि समाजी इंसाफ़ और बा इख्तेयार बनाने वाली पारलीमानी स्टैंडिंग कमेटी ने वज़ारत अक़ल्लीयती उमोर की इस कोताही पर सरज़निश की। उन्होंने कहा कि वज़ारत को मुस्तक़बिल में बेहतरी के लिए ज़रूरी इक़दामात करने चाहीए।