पाकिस्तान ने बार बार ख़ित्ता क़बज़ा और बैन-उल-अक़वामी सरहद पर जंग बंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयां की हैं कश्मीरी क़ाइदीन से बाक़ायदा मुलाक़ातें करता रहा है लेकिन पाकिस्तान के मुशीर क़ौमी सलामती और मुशीर ख़ारिजी उमूर सरताज अज़ीज़ ने कहा कि मोतमिदयन ख़ारिजा सतह के हिंद पाक मुज़ाकरात का मुल्तवी होना अफ़सोनाक था और अगर वज़ीर-ए-आज़म हिंद नरेंद्र मोदी पहल करें तो उन मुज़ाकरात का अहया होसकता है।
उन्होंने इद्दिआ किया कि वज़ीर-ए-आज़म मोदी ने ही 25 अगस्त के मुजव्वज़ा मुज़ाकरात मंसूख़ कर दिए थे। अगर वही पहल करें तो उन का अहया मुम्किन है। उन्होंने ये तस्लीम करने से इनकार कर दिया कि पाकिस्तान ने जंग बंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयां की हैं उन्हों ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। ये मामूल की फ़ौजी मश्क़ें थी।