रांची 6 जुलाई : हुकूमत बनने की आहट से अब शिबू सोरेन का दरबार सजने लगा है। कल तक यहां सन्नाटा पसरा रहता था। आज कायेदिनों का तांता लगा रहता है। कल तक इस रिहायिस गाह में शिबू सोरेन के अलावा विनोद पांडेय और विवेकानंद ही मिलते थे। आज कायेदिनों की भरमार लगी है। लीडर, अफसर, आरकिन सब शिबू से मिलना चाहते हैं। कोई फुल माला लेकर रहा है, तो कोई ड्राइ फ्रुट्स का पैकेट।
वजीर ओहदे की चाह में विधायक
झामुमो के असेंबली रुक्न वजीर ओहदे की चाह में इन दिनों शिबू सोरेन के रिहायिस पर मुसलसल दरबार लगा रहे हैं। हेमलाल मुरमू, मथुरा महतो, हाजी हुसैन अंसारी, शशांक शेखर भोक्ता तकरीबन हर दिन शिबू सोरेन से मिलने जा रहे हैं। झामुमो जराए की मानें तो हेमलाल, हाजी व मथुरा महतो का पत्ता कटना तय माना जा रहा है। इधर पौलूस सुरीन भी वजीर ओहदे की चाह में दौड़ लगा रहे हैं। शशांक शेखर भोक्ता भी अपने लिए वजीर ओहदे की मांग कर रहे हैं।
हाजी बोले, हम वजीर बने रहेंगे : वजीर बनाने का फैसला शिबू सोरेन करते हैं। हुकूमत बनने के बाद सब तय हो जायेगा। कहीं कोई अड़चन नहीं है। हम भी वजीर थे और वजीर रहेंगे।
जो शिबू चाहेंगे वही होगा : मथुरा
वजीर ओहदे को लेकर तनज़ा नहीं है। शिबू सोरेन जिसे जो जिम्मेवारी देंगे वह निभायेगा। वजीर भी वही तय करेंगे।