‘वन रैंक पेंशन और सीपीसी का लाभ मोदी जी से दिलाकर देशभक्ति दिखाये’

नई दिल्ली। मोदी सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने की घोषणा के तीन हफ्ते बाद भी बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन छोटी नहीं हो रही।

इस फैसले का कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं तो विरोध भी हो रहा है। सरकार के फैसले का समर्थन करने वाले लोग उदाहरण देते हैं कि सीमा पर जवान दिन रात खड़े रह सकते हैं तो आम जनता क्यों नहीं। ऐसे ही एक युवक को पूर्व सैनिक ने दिया करारा जवाब।

बैंक एटीएम की लाइन में खड़े एक पूर्व सैनिक ने वहां मची अव्यवस्था पर गुस्सा जाहिर किया तो उनके पीछे खड़े युवक ने देशभक्ति की बात शुरू कर दी। उसने बिना यह जाने कि सामने वाला व्यक्ति कौन है, कहना शुरू किया सीमा पर जवान 20 घंटे खड़ा रह सकता है तो आपको थोड़ी देर लाइन में खड़े होने में क्या परेशानी है।

20 साल तक सेना में रहकर देश की सेवा करने वाले दर्शन ढिल्लो एटीएम से अपनी पेंशन के पैसे निकालने गए थे। उन्होंने शनिवार को फेसबुक पर इस घटना का जिक्र किया और बताया कि युवक को क्या जवाब दिया कि वह चुप हो गया।

दर्शन ढिल्लो ने लिखा, ‘मैं एटीएम की लाइन में खड़ा था और एक अच्छे फैसले पर कुप्रबंधन से थोड़ा नाराज था। मेरे पीछे खड़े मोदी भक्त ने तुरंत कहा कि अगर सेना का जवान 20 घंटे सीमा पर खड़ा रहा सकता है तो मैं क्यों नहीं।

मेरा जवाब सुनकर उसकी सारी देशभक्ति निकल गई। मैंने उसे बताया कि मैं 20 साल सेना में रहा और अपनी पेंशन का पैसा निकालने के लिए यहां लाइन में खड़ा हूं। अगर उसे देशभक्ति दिखानी है तो हमें असल वन रैंक वन पेंशन और सीपीसी का लाभ मोदी जी से दिलाकर दिखाए। बजाय इसके कि एटीएम की लाइन में खड़े होकर सर्टिफिकेट बांटे।’