श्रीलंकाई क्रिकेट टीम को आलमी चैंपियन बनाने वाले साबिक़ कप्तान राना तुंगा समझते हैं कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में होने वाले वर्ल्डकप 2015 में हिंदुस्तान के कमज़ोर बौलिंग शोबा की वजह से नुक़्सान उठाना पड़ सकता है और अब वो अपने ख़िताब के बचाव में नाकाम होसकता है।
मुंबई में वेल्स रईलटर्स के एक ईवंट में शिरकत के दौरान मीडिया नुमाइंदों से इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए 1996 में श्रीलंका को आलमी चैम्पियन बनाने वाले अर्जुना राना तुंगा ने कहा कि हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम बैटिंग शोबा में काफ़ी मज़बूत टीम है लेकिन मैं नहीं समझता कि बौलिंग शोबा ऐसा है जो टीम को दुबारा आलमी चैम्पियन बनाए।
राना तुंगा ने मज़ीद कहा कि हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम महदूद ओवर्स की एक ताक़तवर टीम ज़रूर है लेकिन बैरूनी ममालिक में टेस्ट क्रिकेट लिए अभी भी एक सख़्त इमतिहान ही है। हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के नौजवान बैटस्मेनों के मुताल्लिक़ इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए राना तुंगा ने कहा कि जब मैंने रोहित शर्मा को देखा था तो मुझे हैरत हुई कि इस खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में मौक़ा क्यों नहीं दिया जाता हालाँकि तकनीकी एतबार से रोहित शर्मा एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं।
साबिक़ कप्तान के मुताबिक वीराट कोहली भी ग़ैरमामूली सलाहियतों के मालिक हैं जबकि बाएं हाथ के ओपनर शिखर धवन से टीम को बेहतर शुरूआत मिल रही है और इस तरह मजमूई तौर पर हिंदुस्तानी टीम बैटिंग शोबा में एक ताक़तवर टीम बिन चुकी है। लेकिन बौलिंग शोबा में हिंदुस्तानी टीम हनूज़ मसाइल का शिकार है।
राना तुंगा ने मज़कूरा खिलाड़ियों की तारीफ करने के इलावा ये भी कहा कि घरेलू सीरीज़ में जीत हासिल करना हौसला बड़ता हैं लेकिन हिंदुस्तानी टीम को दौरा जुनूबी अफ़्रीक़ा पर सख़्त इमतिहान से गुज़रने के इलावा ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड में जीत हासिल करनी हैं जिस के ज़रिया वो ख़ुद को टेस्ट क्रिकेट में भी दुनिया की बेहतरीन टीम साबित कर पाए गी।
राना तुंगा समझते हैं कि हिंदुस्तान को टी 20 क्रिकेट से नुक़्सान होसकता है क्योंकि उसकी वजह से नई नसल में बेहतरीन बैटस्मैन दिखाई नहीं दे रहे हैं। राना तुंगा का मानना है कि नई नसल के खिलाड़ी क्रिकेट को ना बेहतर देखते हैं और ना ही सीखते हैं। मुझे नहीं लगता कि अब गवासकर, वेंगसरकर, सचिन तेंदुलकर, राहुल डरावीड और वी वी एस लक्ष्मण जैसे बैटस्मैन अब हिंदुस्तान को दस्तयाब होंगे जोकि क्रिकेट के लिए एक मायूसकुन पहलू है।
उन्होंने मज़ीद कहा कि जब हम नौजवान थे तो हिंदुस्तानी क्रिकेट की सिम्त हमारी नज़रें होतीं और हम गवासकर, वेंगसरकर, गुंडप्पा विश्वानाथ को देखते और क्रिकेट को अपना केरियर बनाने की कोशिश करते। लेकिन अब ऐसा होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। राना तुंगा ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियन शिप के बारे में इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि आई सी सी का ये कदम ख़ुश आइंद है जिस के ज़रिया टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी बढ़ेगी।
49 साला राना तुंगा ने बर्र-ए-सग़ीर की एक और टीम पाकिस्तान का हवाला देते हुए कहा कि पड़ोसी टीम के पास बेहतरीन फ़ास्ट बोलर्स मौजूद हैं ताहम उसे बैटिंग शोबा में मसाइल दरपेश हैं। पाकिस्तान की बौलिंग ताक़तवर ज़रूर है लेकिन बैटिंग शोबा में मसाइल के बाइस ये टीम ख़िताब हासिल नहीं कर पाए गी।
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के साबिक़ फ़ास्ट बोलर चमिंदा वास का मानना है कि हिंदुस्तान में बेहतरीन फ़ास्ट बोलर्स मौजूद हैं लेकिन उन में अक्सर को मौक़े नहीं मिलते। वास के मुताबिक उन्होंने एम आर एफ़ फ़ास्ट बोलर के कैंप के दौरान हिंदुस्तान में कई बेहतरीन फ़ास्ट बोलरों को देखा है लेकिन उन में चंद एक के सिवा कोई भी बोलर आलमी तौर पर नज़र नहीं आया हालाँकि हिंदुस्तान में कई फ़ास्ट बोलर्स मौजूद हैं।
वास के मुताबिक जिन फ़ास्ट बोलरों को मौक़ा फ़राहम किया गया है उन्होंने हिंदुस्तान के लिए बेहतर मुज़ाहिरे किए हैं। श्रीलंका के एक और साबिक़ कप्तान संत जय सूर्य ने कहा है कि हिंदुस्तानी टीम के 6 बैटस्मेन बेहतरीन फ़ार्म में हैं जिस की वजह से टीम एक हेमालयाई निशाना का पीछा भी करने की सलाहियत रखती है।