हुकूमत जम्मू-ओ-कश्मीर वादी में तमाम अहम बड़े तारीख़ी दरगाहों को आग से महफ़ूज़ रखने के लिए इक़दामात करेगी। इसके लिए माहिरीन ( अनुभवीयो) की एक कमेटी भी तशकील दी जाएगी। कल 200 साला क़दीम ( पुरानी/ प्राचीन) दरगाह हज़रत दस्तगीर साहिब में मुहीब आग के बाद हुकूमत ने ये फ़ैसला किया है।
डीवीजनल कमिशनर कश्मीर की ज़ेर-ए-क़ियादत मुनाक़िदा इजलास ( आयोजित सभा) में असग़र समी ने कहा कि वादी की दरगाहों को आग से महफ़ूज़ रखने के लिए इक़दामात किए जायेंगे। समी ने एक तहक़ीक़ाती ओहदेदार का तक़र्रुर ( नियुक़्ती / Appointment) अमल में लाया है।
इस दौरान चीफ़ मिनिस्टर उमर अबदुल्लाह ने दरगाह हज़रत दस्तगीर साहिब पर हाज़िरी दी और इसकी तज़ईन नौ ( नये सिरे से काम ) के काम जल्द से जल्द शुरू करने की हिदायत दी। उमर अबदुल्लाह ने अपना दौरा लंदन मुख़्तसर करके आज सुबह सीधे वादी कश्मीर पहूंचे और सब से पहले 200 साला क़दीम ( पुरानी) दरगाह पर हाज़िरी दी।
उन्होंने आग से होने वाले नुक़्सानात का जायज़ा लिया। चीफ़ मिनिस्टर जो मुस्लिम वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन भी हैं, जो रियासत में दरगाहों के उमूर की निगरानी करती है, कहा कि इस दरगाह को क़दीम नक़्शा और तर्ज़ इमारत के ख़ुतूत पर दुबारा तामीर किया जाएगा।
उमर अबदुल्लाह ने अवाम से अपील की कि वो अमन-ओ-अमान की बरक़रारी को यक़ीनी बनाए और फूट डालने वाली ताक़तों से चौकन्ना रहें।