श्रीनगर: वादी कश्मीर में आज अलाहदगी पसंदों की हड़ताल से मामूलात-ए-ज़िंदगी दरहम-बरहम हो गए जबकि जवाहर लाल यूनीवर्सिटी कैम्पस में अफ़ज़ल गुरु की बरसी के तनाज़े पर दिल्ली यूनीवर्सिटी के साबिक़ प्रोफ़ैसर ऐसएआर गिलानी और जेएन स्टूडेंटस यूनीवर्सिटी के सदर कन्हैया कुमार की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ ये एहतेजाज किया गया।
शहर में वाक़्य लाल चौक और दीगर मुक़ामात पर दुकानात, तिजारती इदारे, पेट्रोल पंपस और दफ़ातिर बंद रखे गए जबकि सरकारी दफ़ातिर में मुलाज़िमीन की हाज़िरी बहुत ही कम देखी गई। सरकारी ज़राए ने बताया कि अवामी ट्रांसपोर्ट को सड़कों से हटा दिया गया लेकिन प्राईवेट कारें, कैब्स और आटो रिक्शा हसब-ए-मामूल चलाए गए।
वादी कश्मीर के दीगर ज़िला मुस्तक़रों से भी बंद की इत्तेलाआत हैं। चौथे हफ़्ते के पेश-ए-नज़र बैंक्स बंद रखे गए जबकि सरमाई तातीलात की वजह से तालीमी इदारे पहले ही से बंद हैं। अलाहदगी पसंद ग्रुपस बिशमोल हुर्रियत कान्फ़्रेंस और जेकेएल एफ़ ने गिलानी और जेएनयू तलबाए की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ कल एहतेजाजी मुज़ाहिरे और आज हड़ताल का ऐलान किया था।
पुलिस तर्जुमान ने बताया कि शहर के हस्सास इलाक़ों में अमन-ओ-क़ानून की बरक़रारी के लिए सीआरपी एफ़ के इज़ाफ़ी दस्ते मुतय्यन कर दिए गए हैं। शिद्दत-पसंद हुर्रियत कान्फ़्रेंस के सदर नशीन सय्यद अली शाह गिलानी ने दिल्ली यूनीवर्सिटी के साबिक़ प्रोफ़ैसर के ख़िलाफ़ बग़ावत के इल्ज़ामात को दिल्ली पुलिस की बे-जा कार्रवाई क़रार दिया|