वादी कश्मीर में हड़ताल पर मिला-जुला रद्द-ए-अमल

श्रीनगर 29 मार्च (पी टी आई) अलैहदगी पसंदों की पार्लीमेंट पर हमला करने वाले मुहम्मद अफ़ज़ल गुरु और जे के एल एफ़ के बानी मुहम्मद मक़बूल भट्ट की बाक़ियात उनके अरकान ख़ानदान को वापिस करने का मुतालिबा करते हुए हड़ताल की अपील पर वादी कश्मीर में मिला जुला रद्द-ए-अमल देखा गया।

अवामी ट्रांसपोर्ट और ख़ानगी गाड़ियां श्रीनगर में हसबे-मामूल चल रही थीं। हालाँकि दुकानें और तिजारती इदारे मसरूफ़ तिजारती मर्कज़ लाल चौक में और मुज़ाफ़ाती इलाक़ों में बंद थे लेकिन बाक़ी इलाक़ों में कारोबार हसबे मामूल जारी था। वादी के दीगर अज़ला में मजलिस मुशावरत ने हड़ताल की अपील की थी। ये एक और अलैहदगी पसंद ग्रुप है। सरकारी दफ़ातिर और बैंक खुले थे। लेकिन तालीमी इदारे बंद थे।जे के एल एफ़ के बानी मक़बूल भट्ट को 11 फ़बरोरी 1984 -ए-को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी जबकि उनहीं एक पुलिस ऑफीसर के क़तल का मुजरिम क़रार दिया गया था और उनकी तदफ़ीन वहीं अमल में आई थी।