सदर जमहूरीया प्रणब मुकर्जी के दौरे कश्मीर के मौके पर अलहिदगी पसंद ग्रुपस ने हड़ताल का ऐलान किया था, जिस की वजह से वादी में आम ज़िंदगी बुरी तरह मुतास्सिर हुई। यहां तक कि एक आज़ाद रुकन असैंबली ने पार्लीमैंट पर हमले के मुजरिम अफ़ज़ल गुरु की दरख़ास्त रहम पर सदर जमहूरीया की तवज्जु मबज़ूल कराने के मक़सद से भूक हड़ताल शुरू करदी।
हुर्रियत कान्फ़्रैंस लीडर सय्यद अली शाह गिलानी और दीगर कई अलहिदगी पसंद ग्रुपस की हड़ताल के बाइस दुकानात, स्कूलस और तिजारती इदारा बंद रहे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट निज़ाम भी दिरहम ब्रहम रहा और सड़कें सुनसान नज़र आरही थी। इस दौरान आज़ाद रुकन असैंबली शेख़ अब्दुहलराशेद ने तक़रीबन 100 हामीयों के हमराह रीगल चौक पर एक धरना मुनज़्ज़म किया।
उन्हों ने कहा कि सदारती इंतिख़ाबात में उन्हों ने प्रणब मुकर्जी को इस लिए वोट दिया क्योंकि उन्हों ने पार्लीमैंट पर हमले के मुजरिम की दरख़ास्त रहम पर ग़ौर करने का वाअदा किया। सरकारी ज़राए ने बताया कि वादी में कोई नाख़ुशगवार वाक़िया पेश नहीं आया।