नई दिल्ली: भारत ने आज संकेत दिया कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान की आतंकवाद के खिलाफ कार्यवाई को वार्ता के मुकाबले प्राथमिकता दी जाएगी।
इस हमले के बाद विदेश स्तर की बातचीत स्थगित कर दी गई थी। सचिव मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवादी हमले के बाद अगर कोई यह सवाल करे कि आतंकवादी हमला या राजनयिक वार्ता दोनों में किसे प्राथमिकता दी जाएगी तो उनका जवाब आतंकवाद हमला होगा।
वो आज रेज़िना डायलॉग सलाहकार सशन में सवालों का जवाब दे रहे थे। एस जयशंकर ने कहा कि पठानकोट हमले के बाद दोनों देश एक दूसरे से लिंक बनाए रखे हुए हैं। बुनियादी स्तर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और कुछ हद तक सचिव विदेश स्तर पर यह लिंक बरकरार है। भारत ने पठानकोट हमले के लिए आतंकवादी समूह जैश को दोषी करार दिया और दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है।