शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने नमाज़ जुमा से क़बल ख़िताब में मुसलमानों से अपील की कि आने वाले आम इंतिख़ाबात 2014 में बेदारी के साथ हिस्सा लें और बेहतर से बेहतर उम्मीदवार को मुंतख़ब करने में सलाह-ओ-मश्वरा के साथ तवज्जो दें।
उन्होंने कहा कि अपने मसाइल और इलाक़ा के मसाइल को हल कराने का एक मोस्सर ज़रिया है। शाही इमाम ने कहा कि इंतिख़ाबात का अमल शुरू होते ही वादों पर मुश्तमिल मंशूर जारी होने शुरू होजाते हैं। कांग्रेस पार्टी का मंशूर आचुका है लेकिन ये पार्टी तो वाअदे करके वोट बटोरने में माहिर है।
पिछले 65 सालों में मुसलमानों के वोट से इक़तिदार हासिल करनेवाली इस पार्टी ने सिवाए मायूसी के कुछ नहीं दिया। इंतिख़ाबात में उम्मीदवार खड़े करने में कांग्रेस ने मुस्लिम अक़ल्लियत को इस बार भी नजरअंदाज़ किया है। सी पी आई (किट) का मंशूर मुस्लिम मसाइल को हल करने में मुआविन होगा।
वो कांग्रेस से बेहतर है। शाही इमाम ने कहा कि यू ए पी ए (गै़रक़ानूनी हरकतों की रोक थाम करने वाला) क़ानून काला क़ानून है जिसके तहत मुसलमानों की गिरफ़्तारी का तवील सिलसिला जारी है जो बहुत अफ़सोसनाक है। तालीम-ए-याफ़ता मुतअद्दिद नौजवानों और मौलाना अब्दुल कवी को इसी हफ़्ता गिरफ़्तार किया गया है जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है।
तो क्या मुस्लमानों को ज़हनी और जिस्मानी अज़ीत पहुंचाने वाली पार्टी हमारे वोट की हक़दार है? सी पी आई ने इस स्याह क़ानून को ख़त्म करने का वादा किया है। मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देने में बी एस पी और आम आदमी पार्टी पेश पेश है। मुसलमानों को मुत्तहिद होकर अच्छे से अच्छे उम्मीदवार को मुंतख़ब करने की ज़रूरत है।
हमारा मर्कज़ी हुकूमत से मुतालिबा है कि तमाम मुस्लिम नौजवानों को रिहा किया जाये और महज़ शक-ओ-शुबा की बुनियाद पर और फ़िर्क़ा परस्तों को ख़ुश करने के लिए मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी बंद की जाये। ये शरपसंदों की साज़िश है ताकि मोदी को कामयाब किया जा सके जो नामुमकिन है।
हाल ही में विजय कुमार मल्होत्रा ने एक बहुत ही अफ़सोसनाक बयान जारी किया है जिस में मुसलमानों को दहशतगर्दी से जोड़ते हुए कहा है कि मुस्लिम अक्सरियती आबादी में दहशतगर्द पनाह लेते हैं इस का मतलब है कि मुसलमान दहशतगर्द हैं। हम इस बयान पर मर्कज़ी हुकूमत से कार्रवाई का मुतालिबा करते हैं और मुसलमान ऐसी शर अंगेज़ पार्टी बी जे पी से दूर रहें और उसकी चालाकियों के फंदे में ना फंसें। ये पार्टी मुस्लिम दुश्मनी में तमाम हदों को पार कररही है जिसे मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।