चेन्नई, ०२ फरवरी (पी टी आई) अपोज़ीशन डी एम डी के अरकान बिशमोल उन के क़ाइद विजय कांत को तमिलनाडू असेंबली से इस वक़्त बाहर निकाल दिया गया जब उन की वज़ीर आला जया ललिता के साथ गर्मा गर्म बहस होगई जिस पर जया ललीता ने वजए कांत के नाशाइस्ता रवैय्या और ए आई ए डी एम के का डी एम डी के के साथ सयासी इत्तिहाद पर भी इज़हार-ए-अफ़सोस किया ।
उन्होंने कहा कि विजय कांत के साथ सयासी मुफ़ाहमत एक बहुत बड़ी ग़लती थी । याद रहे कि गुज़श्ता साल बस के कर एवं और दूध की कीमत में इज़ाफ़ा के मुआमला को लेकर दोनों पार्टी के क़ाइदीन में लफ़्ज़ी जंग छिड़ गई थी जो आगे चल कर विजय कांत और जया ललीता की शख़्सी लड़ाई में तब्दील होगई थी और कल असैंबली के इवान में भी दोनों ही पार्टियों के क़ाइदीन एक दूसरे से दस्त-ओ-गरीबां होने तक तैयार थे जिस से इवान में शोर-ओ-गुल हो गया ।
विजय कांत ने टरीझ़री बंच की जानिब कुछ नाशाइस्ता इशारे किए थे जिस पर जया ललीता ने विजय कांत को वाज़िह तौर पर कहा कि वो अपनी ओछी हरकत से बाज़ रहें और यहां तक कह दिया कि उन्हें वजए कांत से सयासी मुफ़ाहमत का शदीद अफ़सोस है । दरें असना स्पीकर डी जया कुमार ने अपोज़ीशन के बरताव को परे विलेज्स कमेटी से रुजू कर दिया । जया ललीता ने कहा कि अपोज़ीशन ने जिस बरताव का मुज़ाहरा किया है इस से वाज़िह हो जाता है कि नाअहल अफ़राद को जब आला ओहदे दीए जाते हैं तो वो किया करते हैं।
विजय कांत भी फ़िल्म अदाकार से सियासतदां बने हैं और उन्हों ने अपनी जमात डी एम डी के तशकील दी थी । जया ललिता ने मज़ीद कहा कि ए आई ए डी एम के को मामूली जमात तसव्वुर ना किया जाय । पार्टी गुज़श्ता साल मुनाक़िद किए गए इंतेख़ाबात में डी एम डी के की ताईद के बगैर भी कामयाबी हासिल कर सकती थी की उनका अवाम ने डी एम के को इक़तिदार से बाहर करने का ज़हन पहले से ही बना लिया था ।