महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी ने खुलासा किया है कि विपक्षी दलों ने उन्हें आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए उनसे बातचीत की थी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसको लेकर सरसरी तौर पर एक बातचीत हुई लेकिन विस्तार से चर्चा नहीं हो सका।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने गौपाल गांधी से मुलाकात की थी। लेकिन उन्होंने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया था। इसके अलावा यब बात भी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है कि इस मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शरद यादव और सीपीआई के एस. सुधाकर रेड्डी और डी राजा ने भी गोपाल कृष्ण गांधी से साथ बैठक की थी।
अखबार को मुताबिक, विपक्षी दलों की तरफ से साझा उम्मीदवार की घोषणा करने को लेकर दो नामों पर विचार किया जा रहा था जिनमें से एक नाम गोपाल कृष्ण गांधी का था और दूसरा पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार का था। लेकिन कई विपक्षी दल कांग्रेस के नेता को उम्मीदवार बनाए जाने के पक्ष में नहीं थे।
खबर ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोपाल गांधी पक्ष में थीं। उन्होंने 2012 में भी उन्हें उपराष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन गोपाल गांधी ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। बताया जा रहा है राष्ट्रपति उम्मीदवार तय करने के लिए सोनिया गांधी ममता बनर्जी और मयावती से जल्द ही मुलाकात कर सकती हैं।