विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर रनवे पर ही धरने पर बैठे जगनमोहन रेड्डी

विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर एक कैंडल लाइट विरोध प्रदर्शन करने के इरादे से हैदराबाद से आ रहे वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी को पुलिस द्वारा मना करने के बाद विशाखापट्टनम हवाईअड्डे के रनवे पर ही धरने पर बैठ गए. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में पार्टी के अन्य नेताओं के साथ विपक्ष के नेता धरने पर बैठ गए.

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आजतक के अनुसार, जगनमोहन रेड्डी को पुलिस ने शहर में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी और पांच या उससे अधिक लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगा दी.
हैदराबाद से विशाखापट्टनम उतरने के तुरंत बाद उनको रोक दिया गया और उन्हें आरके समुद्र तट की ओर नहीं जाने दिया. जहां वह राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग को लेकर एक कैंडल लाइट विरोध प्रदर्शन करने वाले थे.
पुलिस के साथ तीखी बहस में जगन ने लोकतांत्रिक और राजनीतिक अधिकारों को नहीं दिए जाने पर प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री बनने पर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई का संकल्प लिया, पुलिस ने जगन और अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया. जगन, वाईएसआरसी के सांसद वाई जिवयसाई रेड्डी, वाईवी सुब्बा रेड्डी और तीन अन्य नेताओं को गुरुवार शाम हैदराबाद से विशाखापट्टनम पहुंचने पर हिरासत में ले लिया गया.

जगन ने कुछ पुलिसकर्मियों और लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘महज दो साल में मैं मुख्यमंत्री बन जाऊंगा. मैं आपमें से किसी को नहीं भूलूंगा. मैं आप सबको सबक सिखाऊंगा.’ वाईएसआरसी नेताओं ने नारेबाजी की, ‘हम विशेष श्रेणी का दर्जा मांगते हैं, हम न्याय की मांग करते हैं.’ जगन ने पूछा, ‘मैं विपक्ष का नेता हूं और ये दोनों लोग सांसद हैं. आप हमें हवाईअड्डे से बाहर जाने से कैसे रोक सकते हैं?’
नगर पुलिस आयुक्त टी योगानंद हवाईअड्डे पर स्पष्ट किया कि उन्हें जूलुस में शामिल होने के लिए शहर में घुसने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
आखिरकार विशाखापट्टनम हवाईअड्डे के भीतर दो घंटे से अधिक समय तक चली गहमागहमी के बाद पुलिस ने गुरुवार शाम वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी को वापस हैदराबाद भेज दिया.