विश्वारूपम तनाज़ा , मर्कज़ सिनेमा क़ानून का जायज़ा लेने पर मजबूर: तिवारी

नई दिल्ली, 01 फरवरी: (पी टी आई) कमल हासन की फ़िल्म विश्वारूपम पर पैदा होने वाले ज़बरदस्त तनाज़ा की बिना पर मर्कज़ ने आज फ़ैसला किया कि सिनेमा क़ानून का जायज़ा लिया जाये और एक कमेटी क़ायम की जाये ताकि इस क़ानून को ज़्यादा ताक़तवर बनाया जा सके और इस बात को यक़ीनी बना सके कि फिल्मों की फ़िल्म सर्टीफिकेशन बोर्ड की जानिब से मंज़ूरी के बाद किसी भी वजह से रुकावट का शिकार ना हो सके।

मर्कज़ी वज़ीर‍ ए‍ इत्तेलात-ओ-नशरियात मनीष तिवारी ने कहा कि ये क़ानून नज़रेसानी का मोहताज है ताकि किसी फ़िल्म के बारे में ग़ैर यक़ीनी कैफ़ीयत ख़त्म की जा सके जबकि उसे मर्कज़ी बोर्ड आफ़ फ़िल्म सर्टीफिकेशन की जानिब से मंज़ूरी मिल चुकी हो।

तिवारी ने कहा कि कमेटी इस बात का जायज़ा लेगी कि क्या क़ानून का लाज़िमी ताना बाना और बाक़ायदा बनाने का चौखटा इतना मुस्तहकम है कि रियासतों को मर्कज़ के फ़ैसले पर अमल आवरी का लज़ूम आइद किया जा सके।