नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने सोमवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को खत्म करने की मांग की। विहिप का कहना है कि दोनों अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा दे रहे हैं। साथ ही विहिप ने गोरक्षकों को सम्मान के योग्य करार दिया है।
विहिप ने आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यक आयोग की मदद से जिहादी समूहों और धर्म प्रचारकों को सहानुभूति मिल रही है और वे हिंदू विरोधी तथा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
एक बयान में कहा गया है कि गुजरात के वदताल में केंद्रीय गवर्निंग काउंसिल की बैठक में प्रस्ताव पास कर विहिप ने तत्काल अल्पसंख्यक आयोग और मंत्रालय को समाप्त करने की मांग की है। प्रस्ताव में विहिप ने कहा है कि देश में अल्पसंख्यक आयोग की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग देश के नागरिकों की हितों की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है।
अमर उजाला पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, विहिप ने कहा है कि गोरक्षक सम्मान के योग्य है और वे गायों की रक्षा के लिए सड़कों पर इसलिए उतरे हैं, क्योंकि पुलिस इस काम में असफल रही है।
केंद्र सरकार की गोवंश संबंधी अधिसूचना और कुछ स्थानों पर गोरक्षकों द्वारा हमला किए जाने के विरोध में बीफ पार्टी के आयोजन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विहिप की ओर से कहा गया है कि कुछ राज्यों में यह रोज की बात हो गई है।
यहां बार-बार बीफ पार्टी का आयोजन किया जा रहा है। विहिप ने कहा है कि यह आश्चर्य की बात है जल्लीकट्टू को लेकर हो-हल्ला करने वाले लोग गोहत्या के मुद्दे पर मौन धारण कर लेते हैं।