वीडियो: मेरा नाम रोहित है और मैं दलित हूं

 

 

रोहित वेमुला का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में रोहित स्वीकार कर रहा है कि वह एक दलित छात्र है। ये वीडियो ऐसे वक्त सामने आया है जब केंद्र द्रवारा गठित समिति की जांच रिपोर्ट आई है जिसमें रोहित वेमुला के दलित होने से इंकार किया गया है और उसकी आत्महत्या के पीछे निजी कारण बताए हैं। रिपोर्ट में रोहित के साथ किसी तरह के भेदभाव से इंकार किया है। एनडीटीवी के मुताबिक वीडियो रोहित की आत्महत्या के एक दिन पहले का है।

रोहित ने वीडियो में कहा कि मैं एक डेली वेज लेबर का बेटा हूं और मेरी मां ने हमें बड़ा किया है। रिसर्च फैलोशिप की वजह से यूनिवर्सिटी के सोशल साइंस स्कूल में जनरल कैटेगरी में दाखिला मिला।

वीडियो में रोहित ने कहा कि हाल ही में यूनिवर्सिटी ने पांच दलित छात्रों को हॉस्टल से बर्खास्त किया है और नोटिस में यूनिवर्सिटी ने कहा है कि यूनिवर्सिटी के हॉस्टल, सार्वजनिक स्थल और प्रशासनिक स्थल पर हमारी मौजूदगी क्रिमिनल एक्ट के रूप में ली जाएगी।

26 वर्षीय रोहित वेमुला ने तब आत्महत्या कर ली थी जब उसे और उसके चार दोस्तों को यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया था और हॉस्टल से बाहर कर दिया गया था। अपनी मौत से पहले उसने यूनिवर्सिटी वीसी अप्पा राव को एक पत्र लिखा था और कहा था यूनिवर्सिटी में दलित छात्रों के साथ भेदभाव होता है और उन्हें एक रस्सी दे दी जानी चाहिए ताकि वे फांसी लगा सकें।

जस्टिस रूपनवाल आयोग ने इस महीने के आरंभ में अपनी रिपोर्ट दी है. इसमें कहा गया है कि कोई सबूत नहीं है जो यह बताता है कि रोहित वेमूला की मां वी राधिका ‘मला’ समुदाय की है। मला समुदाय दलित श्रेणी में आता है। रोहित भी खुद को इस समुदाय का बताता था।

रोहित की मां का इस रिपोर्ट पर सवाल उठाये थे। वेमुला की मां ने कहा था दोषियों को बचाने रोहित के दलित होने का नकारा जा रहा है ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि हमें गलत साबित किया जा सके।

रोहित वेमुला के दोस्तों ने एनडीटीवी को बताया कि उन्होंने यह वीडियो अभी इसलिए रिलीज किया है क्योंकि उन्हें यह वीडियो उस लैपटॉप से मिला है, जिसे विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार करते समय कब्जे में ले लिया था।