वी एच पी, रोकने के बावजूद अयोध्या यात्रा जारी रखने पर बज़िद

दाएं बाज़ू की विश्व सख़्त गीर इंतिहा-ए-पसंद हिंदु तंज़ीम विश्व हिंदु परिषद (वी एचपी) ने समाजवादी पार्टी (एस पी) के सरबराह मुलाइम सिंह यादव पर उन की पार्टी के रफ़ीक़ मुहम्मद आज़म ख़ान के दबाव‌ के तहत काम करते हुए वी एचपी यात्रा पर रोक‌ने का इल्ज़ाम आइद लगाते हुए कहा कि वो अपने मंसूबा पर आगे आएगी।

वी एचपी के सदर अशोक सिंघल ने हुकूमत उत्तरप्रदेश को आगाह किया कि रोक‌ने के लिए अगर ताक़त का इस्तिमाल किया गया तो इस के संगीन नताइज बरामद होंगे। अशोक सिंघल ने कहा कि 17 अगस्त को उनसे मुलाक़ात के दौरान मुलाइम सिंह यादव ने दोस्ताना अंदाज़ का मुज़ाहरा किया था लेकिन उनकी हुकूमत के फ़ैसला के ऐलान पर हमें सख़्त सदमा हुआ है।

अशोक सिंघल ने कहा कि मुलाइम सिंह यादव की पार्टी में मुस्लमानों की नुमाइंदगी करने वाले एक लीडर ने हमारी मुलाक़ात पर नाख़ुशी का इज़हार किया था। नतीजतन मुलाइम सिंह यादव (आज़म ख़ान) के दबाव‌ के आगे घुटने टेक दिए। वाज़ह रहे कि आज़म ख़ान ने अशोक सिंघल से मुलाइम सिंह यादव की मुलाक़ात पर अफ़सोस का इज़हार किया था और कहा थाकि इससे मुस्लमानों में ग़लत इशारे जाऐंगे।

चुनांचे हुकूमत उत्तरप्रदेश ने सेक्योरिटी की वजूहात बयान करते हुए गुजिश्ता रोज़ कोसी। 84 पदयात्रा पर रोक लगा दिया था। हुकूमत उत्तरप्रदेश ने शुबह‌ ज़ाहिर किया था कि विश्व हिंदु परिषद के फ़ैसले के पसेपर्दा सियासी हरकत‌ होसकते हैं क्योंकि आइन्दा साल आम इंतिख़ाबात होंगे। ताहम अशोक सिंघल ने दावा किया कि इस यात्रा के पीछे कोई सियासत नहीं है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के लिए गुजिश्ता 60 साल से जद्द-ओ-जहद जारी है।

इस दौरान उत्तरप्रदेश की अखिलेश यादव हुकूमत और विश्व हिंदु परिषद और उसकी हमनवा तंज़ीमों के माबैन 84 कोसी परी कर्मा यात्रा के सवाल पर टकराव‌ के आसार बढ़ गए हैं। रियास्ती हुकूमत इस तरह की किसी नई रवायत को शुरू करने की इजाज़त देने को तैयार नहीं है

विश्व हिंदु परिषद 25 अगस्ट से 13 सितंबर तक 84 कोसी परी कर्मा निकालने पर बजिद‌ है। ये यात्रा रियासत के पाँच जिला फ़ैज़ाबाद, अंबेडकर नगर, बस्ती, गोंडी, बहराइच और बारह बन्की से होकर गुज़रेगी। इस दौरान यात्री तीन सौ किलो मीटर का सफ़र तए करेंगे। ये यात्रा उमूमन चेत के महीने में यानी जब मर्यादा पुरुषोत्तम राम चन्द्र जी की पैदाइश का महीना होता है इसी महीने में 84 को कुर्सी परी कर्मा यात्रा निकाली जाती है।

इस साल भी चेत के महीने में 84 करोसी परी कर्मा निकल चुकी है लेकिन गुजिश्ता मई में हरिद्वार में होनेवाले साधू संतों के जलसा में विश्व हिंदु परिषद ने 84 कोसी परी कर्मा यात्रा 25 अगस्ट से 13सितंबर तक निकालने का ऐलान कर दिया। जिस की तौसीक़ साधू संतों ने ही करदी। विश्व हिंदु परिषद की 84 कोसी परी कर्मा को लोक सभा के एलेक्शन से पहले राम मंदिर के मुआमले को नए सिरे से गर्म करना और रियासत के फ़िर्कावाराना माहौल बनाने के लिए किया जा रहा है।

रियास्ती हुकूमत ने 84 कोसी परी कर्मा का जायज़ा लेने के बाद उस की इजाज़त ना देने का फ़ैसला किया है। एक सरकारी तर्जुमान के मुताबिक‌ रियास्ती हुकूमत इस तरह की कोई नई रिवायत डालने की क़तई इजाज़त नहीं देगी। रियास्ती हुकूमत के इस फ़ैसले पर विश्व हिंदु परिषद ने अपने सख़्त रद्द-ए-अमल का इज़हार किया है और साफ़ कहा है कि पाबंदी के बावजूद साधू, संत 84 कोसी परी कर्मा निकालेंगे।