वैदिक का आर एस एस वालेंटर होना शुबा से बालातर

सहाफ़ी वेदप्रताप वैदिक की 26/11 हमलों के कलीदी मुल्ज़िम हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात पर जारी तनाज़ा शिद्दत इख़तियार करता जा रहा है और कांग्रेस ने कहा कि वो एक आर एस एस वालींटर हैं जिन के बारे में कोई शुबा नहीं।

इसके इलावा पार्टी ने इस मुलाक़ात के पसेपर्दा खु़फिया एजंडा मालूम करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। कांग्रेस पार्टी तर्जुमान शोभा औज़ा ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि वैदिक का आर एस एस वालींटर होना शुबा से बालातर है। इन का सारा ख़ानदान जो इंदौर (मध्य प्रदेश) में रहता है, आर एस एस ख़ानदान के नाम से मशहूर है।

उनके वालिद साबिक़ा मध्य भारत में जन संघ‌ के कारकुन रह चुके हैं। शोभा औज़ा का ताल्लुक़ भी मध्य प्रदेश से है और उन्होंने बताया कि वैदिक आर एस एस वालींटर है जिस के ताल्लुक़ से कोई शुबा नहीं किया जा सकता और कोई उस की तरदीद करता है तो सफेद झूट है।

उन्होंने ये जानना चाहा कि आख़िर वैदिक की हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात का एहतिमाम किस ने किराया था? उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सहाफ़ी तक हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात नहीं करसकते कि वो एक कलीदी मुल्ज़िम और दहशतगर्द है जिन के सर पर 10 मिलियन डालर का इनाम रखा गया है।

उन्होंने कहा कि वैदिक के काल रेकॉर्ड की तफ़सीली तहकीकात की जानी चाहिए और ये भी मालूम किया जाना चाहिए कि दौरा-ए-पाकिस्तान से क़बल और इसके बाद उन्होंने किन से मुलाक़ात की थी। हुकूमत को इस मसला पर हर गोशा से तन्क़ीदों का सामना है और इसने पहले ही इस मुलाक़ात की मुज़म्मत करते हुए हिंदुस्तानी हाई कमीशन वाके ईस्लामाबाद से रिपोर्ट तलब की है कि उसे इस मुलाक़ात का इल्म था या नहीं।