वैदिक-सईद मुलाक़ात से कोई ताल्लुक़ नहीं: पाकिस्तान

पाकिस्तान ने आज ख़ुद को हिंदुस्तानी सहाफ़ी वेदप्रताप वैदिक और जमातुल-दावत के सरबराह हाफ़िज़ सईद की मुलाक़ात से अलग थलग करलिया है और कहा कि इस ख़ानगी मुलाक़ात में इसका कोई रोल नहीं है।

वज़ारत-ए-ख़ारजा की तर्जुमान तसनीम अस्लम ने मीडिया से कहा कि वज़ारत-ए-ख़ारजा सिर्फ़ सरकारी मुलाक़ातों की दरख़ास्त को क़बूल करती है और ख़ानगी तबादला-ए-ख़्याल को नहीं। उन्होंने कहा कि अगर वज़ीर-ए-आज़म या उन के मुशीर की जानिब से कोई दरख़ास्त आती है तो उसको आगे बढ़ाया जाता है ताहम हम पाकिस्तानी शहरियों से किसी फ़र्द की मुलाक़ातों का एहतिमाम नहीं करते।

हिंदुस्तान में अपोज़ीशन जमातों ने इल्ज़ाम आइद किया कि वैदिक की हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात आई एस आई की मर्ज़ी के बगै़र नहीं होसकती। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान अगर पाकिस्तान के साथ तमाम मसाइल कश्मीर को हल करने के ताल्लुक़ से कुछ कोशिशें करता है तो हम उसको क़बूल करते हैं क्योंकि ये हमारी पालिसी है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की पालिसी ये रही है कि दोनों मुल्कों के माबैन तमाम मसाइल मसला-ए-कश्मीर को बाहमी बातचीत के ज़रिया हल किया जाना चाहिए। उन्होंने हिंदुस्तान पर इल्ज़ाम आइद किया कि इसने समझौता ऐक्सप्रेस बम धमाका केस में मुक़द्दमा की समाअत को रोका हुआ है।