हैदराबाद 03 जून: सदर टी आर एस केचन्द्रशेखर राव ने निज़ाम कॉलेज में मुनाक़िदा अज़ीमुश्शान जलसे में अपने ख़िताब के दौरान उर्दू में ख़िताब किया और दो अशआर भी पढ़े।
उन्होंने पहला शेर पढ़ा कि में अकेला ही चला था जानिब मंज़िल मगर , लोग आते गए कारवां बनता गया। उन्होंने तेलंगाना तहरीक को तूफ़ान क़रार देते हुए कहा कि तहरीक को कुचलने की कई साज़िशों के बावजूद तहरीक पूरे दमख़म के साथ जारी है। इस के साथ उन्होंने ये शेर पढ़ा फ़ानुस बन कर जिस की हिफ़ाज़त हुआ करे , वो शम्मा किया बुझे जिसे रोशन ख़ुदा करे।
सदर टी आर एस ने इस मौके पर एलान किया कि अलैहदा रियासत तेलंगाना की तशकील की सूरत में पुराने शहर से चंचलगुड़ा जेल और रेस कोर्स मुंतक़िल करदिए जाऐंगे।
दोनों मुक़ामात पर वसीअ-ओ-अरीज़ तालीमी इदारों का क़ियाम अमल में लाया जाएगा। उन्होंने अपने उर्दू ख़िताब के दौरान बताया कि तेलंगाना राष़्ट्रा समीती मज़हब के नाम पर अवाम को या तहरीक को तक़सीम करने के ख़िलाफ़ है।
उन्होंने मुसलमानों से अपील की के वो तेलंगाना राष़्ट्रा समीती में शमूलीयत इख़तियार करते हुए पुराने शहर, हैदराबाद और इलाके तेलंगाना के मुस्तक़बिल को संवारने में अपना अहम किरदार अदा करें।
सदर टी आर एस के चन्द्र शेखर राव ने बताया कि टी आर एस अलैहदा रियासत तेलंगाना की तशकील की सूरत में तमाम तबक़ात की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाएगी और पुराने शहर की तरक़्क़ी पर ख़ुसूसी तवज्जा दिजाएगी।
ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाते हुए उन से होने वाली आमदनी को अकलियतों पर ख़र्च किया जाएगा।