अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा जॉन कैरी ने ख़बरदार किया है कि व्याना में शाम में जारी ख़ाना जंगी पर होने वाले मुज़ाकरात से तनाज़े का कोई फ़ौरी हल तो बरामद नहीं होगा लेकिन ये उम्मीद का एक मौक़ा ज़रूर हैं।
उन्होंने व्याना रवाना होने से क़बल मशरिक़े वुस्ता पालिसी से मुताल्लिक़ तक़रीर करते हुए कहा है कि शाम में तनाज़े के हल के लिए पेशरफ़्त कोई आसान नहीं होगी ,ये ख़ुदकार तरीक़े से भी नहीं होगी मगर सियासी हल की राह खोलने के लिए ये सबसे बेहतरीन मौक़ा है।
उन्होंने कहा कि हमें इस वक़्त शाम में जो चैलेंज दर्पेश है, वो जहन्नुम की जानिब जाने वाले रास्ते से कम नहीं। उन्होंने कार्नेगी वक़्फ़ बराए बैनुल अक़वामी अमन के ज़ेरे एहतेमाम मुज़ाकरे में गुफ़्तगु करते हुए कहा कि व्याना मुज़ाकरात में शामी सदर बशारुल असद का इत्तिहादी मुल्क ईरान पहली मर्तबा शिरकत करेगा और उनका फ़ौजी पुश्तीबान रूस भी इन मुज़ाकरात का हिस्सा होगा।