नई दिल्ली, 30 मार्च: वज़ीरे आज़म मनमोहन सिंह के इस तबसिरे पर कि उन की हुकूमत अपनी तीसरी मीयाद भी मुकम्मल करलेगी, बी जे पी ने रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि इस से उन के हक़ीक़ी सयासी अज़ाइम आशकार होते हैं। बी जे पी के तर्जुमान आला रवी शंकर प्रसाद ने एक प्रेस कान्फ़्रेंस में सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मनमोहन सिंह बादिल-ए-नाख़वासता सियासतदां हैं, लेकिन इन का ये बयान हैरतअंगेज़ है।
इस से उन के हक़ीक़ी सयासी अज़ाइम ज़ाहिर होगए हैं। मर्कज़ी वज़ीर-ओ-कांग्रेसी क़ाइद राजीव शुक्ला ने रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कहा कि वज़ीरे आज़म ने कोई ऐसी बात नहीं कही जिस का मतलब ये होता हो कि वो अपनी तीसरी मीयाद के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उन की हुकूमत का मतलब कांग्रेसी हुकूमत हो सकता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बहैसियत वज़ीरे आज़म देखना अवाम की ख़ाहिश है।
कांग्रेस ने वज़ीरे आज़म के तबसरा की एहमियत हुक्म करते हुए कहा कि वज़ीरे आज़म ने एक तसव्वुराती सवाल का जवाब देते हुए ये बात कही थी, लेकिन उस की दानिस्ता तौर पर गै़रज़रूरी तावील की जा रही है। पार्टी के तर्जुमान राशिद अलवी ने कहा कि कांग्रेस की क़ियादत का फ़ैसला लोक सभा इंतिख़ाबात के बाद नए मुंतख़ब अरकाने पार्लियामेंट करेंगे।
लेकिन अवाम की ख़ाहिश है कि नायब सदर कांग्रेस राहुल गांधी को मुल्क का आइन्दा वज़ीरे आज़म मुंतख़ब किया जाये। मनमोहन सिंह ने अपने बयान में कहीं भी ये नहीं कहा कि वो तीसरी मीयाद के लिए भी वज़ीरे आज़म होंगे।