वज़ीर-ए-अक़लियती बहबूद मुहम्मद अहमदुल्लाह ने रियासती आज़मीन-ए-हज्ज के इंतिज़ामात के सिलसिले में आज शमस आबाद इंटरनेशनल अर पोर्ट और हज हाइज़ का दौरा किया। उन्होंने आला ओहदेदारों के साथ एयरपोर्ट पर किए जा रहे इंतिज़ामात का जायज़ा लिया।
जी एम आर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और सऊदी अर लाइंस के हुक्काम ने उन्हें एयरपोर्ट पर आज़मीन-ए-हज्ज के लिए किए जा रहे ख़ुसूसी इंतिज़ामात की तफ़सीलात से वाक़िफ़ किराया। उन्होंने आज़मीन-ए-हज्ज के लिए अलाहिदा टर्मिनल में तमाम सहूलतों की फ़राहमी को यक़ीनी बनाने की हिदायत दी। अहमदुल्लाह ने कहा कि नमाज़गाह में आज़मीन की ज़ाइद तादाद को देखते हुए इमाम को कॉलर माईक फ़राहम किया जाए ताकि इमाम की आवाज़ तमाम मुस्लियों तक पहुंच सके। जी एम आर के हुक्काम ने इस तजवीज़ से इत्तिफ़ाक़ कर लिया।
वज़ीर-ए-अक़लियती बहबूद ने एयरपोर्ट के मैन टर्मिनल से आज़मीन-ए-हज्ज की रवानगी के इंतिज़ामात ना किए जाने के बारे में हुक्काम से सवाल किया। जिस पर ओहदेदारों ने बताया कि हैदराबाद, जद्दा और मदीना मुनव्वरा में हज फ़्लाईटस के लिए जगह की फ़राहमी एक मसला है लिहाज़ा आज़मीन-ए-हज्ज के तय्यारों के लिए ख़ुसूसी हज टर्मिनल क़ायम किया गया है। उन्हों ने आज़मीन के साथ साथ उन्हें विदा करने वाले अफ़राद को पहुंचाई जाने वाली सहूलतों के बारे में भी मालूमात हासिल कीं और उनकी बेहतरी के लिए बाअज़ तजावीज़ पेश कीं।
बाद में अहमदुल्लाह सीधे हज हाइज़ नामपल्ली पहुंचे और हज कैंप की तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने खासतौर पर आज़मीन-ए-हज्ज के ताम-ओ-क़ियाम के इंतिज़ामात के बारे में मालूमात हासिल कीं। अहमदुल्लाह ने वक़्फ़ बोर्ड और हज कमेटी के ओहदेदारों को हिदायत दी कि हज कैंप के दौरान बेहतर से बेहतर इंतिज़ामात को यक़ीनी बनाया जाये। उन्होंने हज हाइज़ और इस के अतराफ़ वाकनाफ़ के इलाक़े की सफ़ाई का काम जल्द मुकम्मल करने की हिदायत दी। स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफ़ेसर एस ए शकूर और एक्ज़िकिटिव ऑफीसर अबदुल हमीद वज़ीर-ए-अक़लियती बहबूद के हमराह दौरे में मौजूद थे।