मर्कज़ी वज़ीर शहरी तरक़ियात वेंकैया नायडू की रियासतों को हिदायत
मर्कज़ी वज़ीर इमकना-ओ-इंसिदाद शहरी ग़ुर्बत एम वेंकैया नायडू ने आज शहरी हुक्मरानी ( अर्बन गवर्नैंस) के फ़ुक़दान पर तशवीश का इज़हार किया और रियासतों-ओ-मर्कज़ के ज़ेर-ए-इंतेज़ाम इलाक़ों को हिदायत दी है कि वो उभरते हुए चैलेंजस का मुक़ाबला करें। उन्होंने मुल्क के तमाम अर्बन डेवेलपमेंट ऑफीसर्स से कहा कि शहरी मजालिस मुक़ामी बिशमोल उन की मआशी हालत जारीया प्रोजेक्टस और दस्तियाब ज़राए और मुस्तक़बिल के मंसूबों पर वाईट पेपर जारी करें।
मिस्टर वेंकैया नायडू ने आज तमाम रियासतों और मर्कज़ी ज़ेर-ए-इंतेज़ाम इलाक़ों के अर्बन डेवेलपमेंट सैक्रेटरीज़ के इजलास से मुख़ातिब करते हुए कहा कि हमें ये एतराफ़ करना होगा कि अर्बन लोकल बॉडीज़ मालियाती बोहरान का शिकार हैं और वो नए चैलेंजस का मुक़ाबला करने से क़ासिर हैं ताहम उन्होंने ये वज़ाहत की कि इन का ये तास्सुर किसी सियासी जमात या रियासती हुकूमत के ख़िलाफ़ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुल्क गीर सतह पर शहरी मजालिस मुक़ामी के मसाइल यकसाँ नौईयत के हैं हत्ता कि बी जे पी के ज़ेरे इक़्तेदार मजालिस मुक़ामी भी मुस्तसना नहीं हैं। उन्होंने तजवीज़ पेश की कि म्यूनसिंपल ऐडमिनिस्ट्रेशन को मियारी बनाने के लिए बलदी ओहदेदारों को ख़ुसूसी तर्बीयत देने की ज़रूरत है।
उन्होंने बताया कि आने वाले साल मुल्क की मआशी तरक़्क़ी के लिए एहमीयत के हामिल हैं और इसी मक़सद के लिए शहरी हुक्मरानी को मियारी बनाने की ज़रूरत है क्योंकि 75फ़ीसद आमदनी और महसूल शहरी इलाक़ों से हासिल होते हैं। उन्होंने कहा कि शहरी तर्क़ियाती और तामीरात इमकना के मंसूबे में ख़ानगी सरमायाकारी की ज़रूरत है और ये उसी वक़्त मुम्किन होसकता है जब शहरी हुक्काम जवाबदेह और शफ़्फ़ाफ़ फ़ैसले करेंगे।
मर्कज़ी वज़ीर शहरी तरक़ियात ने कहा कि आज का ये इजलास सुप्रीम कोर्ट की हिदायत पर तल्ब किया गया है जिस ने बेघर अफ़राद के लिए मकानात की फ़राहमी पर मफ़ाद-ए-आम्मा की एक दरख़ास्त पर हिदायत दी थी।