सदर अमरीका बराक ओबामा ने शाम के कीमीयाई हथियारों को बैन-उल-अक़वामी कंट्रोल के तहत लाने रूस के साथ हुए अहम मुआहिदा का ख़ैरमुक़द्दम किया। अलबत्ता उन्होंने ख़बरदार किया कि अगर बशार अल असद हुकूमत ने खुले आम किए गए अपने वादे पर अमल नहीं किया तो इस के संगीन नताइज बरामद होंगे।
बशार अल असद हुकूमत को इस मुआहिदा के मुताबिक़ शफ़्फ़ाफ़ तरीक़े से पूरे एतिमाद के साथ अपने कीमीयाई हथियारों को बैन-उल-अक़वामी कंट्रोल के तहत देना होगा। अमरीकी सेक्रेटरी आफ़ स्टेट जान कैरी और उनके रूसी हम मंसब सरीगो लारोफ़ के दरमियान शाम के कीमीयाई हथियारों के ज़ख़ीरे पर हुए मुआहिदे के बाद ओबामा ने कहा कि आलमी बिरादरी को तवक़्क़ो है कि शाम अपने अहद पर अमल करते हुए उसे पूरा करेगा। जिनेवा में कल ही रूस और अमरीका ने इस ख़सूस में मुआहिदा किया है। ओबामा ने कहा कि हम ने इस सिम्त में अहम पेशरफ़त की है मज़ीद काम करना बाक़ी है।
अमरीका अपने काम रूस बर्तानिया और फ़्रांस के साथ जारी रखेगा। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और दीगर ममालिक को भी इस अमल को यक़ीनी बनाने के लिए मुसद्दिक़ा क़दम उठाने होंगे। अगर बशार अल असद हुकूमत ने मुआहिदे के ख़द्द-ओ-ख़ाल के मुताबिक़ अमल नहीं किया तो इस के संगीन नताइज भी होंगे। अगर सिफ़ारतकारी नाकाम होती है तो अमरीका हमले के लिए तैयार रहेगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने शाम के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई करने का फ़ैसला कर लिया है। कीमीयाई हथियारों के इस्तिमाल से शाम में 1400 अफ़राद हलाक हुए थे।
हुकूमत शाम को इस ग़लती की सज़ा देना ज़रूरी है, लेकिन रूस ने शाम के कीमीयाई हथियारों को बैन-उल-अक़वामी बिरादरी की निगरानी में लाने की तजवीज़ रखी थी। इसके बाद ही ओबामा ने शाम पर हमला करने का मंसूबा रोक दिया, लेकिन अब बशार अल असद हुकूमत मुआहिदा की ख़िलाफ़वरज़ी करती है, तो अमरीकी फ़ौजी कार्रवाई यक़ीनी है।
ओबामा ने कहा कि अब हम अपने सिफ़ारती मक़ासिद को हासिल करने के लिए मौक़े की तलाश कररहे हैं। जान कैरी और सरीगो लारोफ़ ने वस्त 2014 तक शाम के कीमीयाई हथियारों को तल्फ़ करने के लिए एक मुआहिदा किया है। इस फ्रेमवर्क के ज़रिये शाम को अपने कीमीयाई हथियार तल्फ़ करने का मौक़ा दिया जा रहा है। ये हथियार अगर ख़त्म होते हैं तो दुनिया के लिए ख़तरा भी दूर हो जाएगा। ना सिर्फ़ शाम के अवाम महफ़ूज़ रहेंगे बल्कि दुनिया के दीगर इलाक़ों के अवाम भी ख़तरात से बच जाऐंगे। रूस ने जो क़दम उठाया है वो अमरीकी नज़रिये की हिमायत करता है। अमरीका चाहता है कि शाम की कीमीयाई हथियार पूरी तरह तबाह करदिए जाएं।