शाम की एक बच्ची ने ट्रम्प को पत्र लिख कर बच्चों की सुरक्षा के लिए की भावनात्मक अपील

नई दिल्ली: शाम के हलब शहर में युद्ध की दु:खद स्थिति का वर्णन करने वाले अपने ट्वीट से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने वाली सात वर्षीय सीरियाई लड़की बाना अल आबिद ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक खुला पत्र लिखा है. बाना ने अपने पत्र में ट्रम्प से शाम के बच्चों की मदद करने की भावुक अपील की.

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बीबीसी ने अपनी एक खबर में कहा कि आतंकवादियों के कब्जे वाले शहर को छोड़कर दिसंबर में तुर्की जाने वाली बाना ने अपने पत्र में ट्रम्प से शाम के बच्चों की मदद करने की भावुक अपील की. बाना ने अपने पत्र में कहा, ‘मैं सीरियाई युद्ध प्रभावित बच्चों में से एक हूँ.’ उसने ट्रम्प को बताया कि बमबारी से हलब में उसका स्कूल नष्ट हो गया और उसके कुछ दोस्त मारे गए.
उसने लिखा, ‘तुर्की में मैं बाहर जा सकती हूँ और मजे कर सकती हूँ. स्कूल जा सकती हूँ हालांकि अब तक नहीं गई. इसलिए आपके साथ-साथ हर किसी के लिए शांति जरूरी है. ‘ हालांकि करोड़ों सीरियाई बच्चे अब मेरी जैसी स्थिति में नहीं हैं और शाम के विभिन्न क्षेत्रों में मुसीबत में हैं. ‘उसने लिखा,’ आप को शाम के बच्चों के लिए कुछ करना चाहिए क्योंकि वह आप के बच्चों की तरह हैं और आप की तरह शांति चाहते हैं. बाना अपने ट्वीट से सीरियाई त्रासदी का प्रतीक बन गई है लेकिन सरकार ने उसे और उसकी माँ की नियमित रूप से किए जाने वाले ट्वीट की आलोचना करते हुए इसे दुष्प्रचार बताया है.
बता दें कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद और विपक्षी गुटों के बीच छह साल से जारी लड़ाई में तीन लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें कम से कम 15 हजार बच्चे हैं.