हलब 19 अगस्त: शहर हलफ़ में एक बच्चे की एम्बुलेंस पर दवाख़ाना मुंतकली की तस्वीर शाम की ख़ाना-जंगी में बच्चों के हाल-ए-ज़ार की मुँह बोली तस्वीर है।
सदमे से दो-चार ये बच्चा जो गर्द में अटा हुआ और ख़ून में नहाया हुआ सदमे से इतना दो-चार है कि रो भी नहीं सकता है। वो सिर्फ़ सामने की सिम्त घूरता रहता है। सदमे की वजह से इस का चेहरा जज़बात से मुक्त है। वीडीयो और तसावीर जो शाम के ज़ख़मी बच्चे की हैं जो शहर हलफ़ में एक एम्बुलेंस में बैठा हुआ है। इस के मकान के मलबे से निकाला गया है।
ये तस्वीरें समाजी ज़राए इबलाग़ पर शाय कर दी जिसकी वजह से शाम के इस ननथे बच्चे की याद ताज़ा हो गई जो बह कर तुर्की के साहिल पर मुर्दा हालत में दस्तयाब हुआ था। ये एक छोटा बचा है जिसकी तफ़सीलात दस्तयाब नहीं हैं सिर्फ पता चला है कि इस का नाम इमरान दाख़नश है और उम्र चार या पाँच साल की है। एक अख़बारी नुमाइंदे के मुताबिक दाग़नश उस का असली नाम नहीं है बल्के ख़ानदानी नाम पोशीदा रखने के लिए रख दिया गया है। नंगे पैर ये बच्चा एक नेकर और कार्टून छिपी हुई टी शर्ट में मलबूस है और इमकान है किंडरगार्टेन का स्टूडेंट था। इस की तस्वीरें यू टयूब पर शाय हो चुकी हैं। जिसकी वजह से पूरी दुनिया से हमदर्दी के पैग़ामात वसूल हो रहे हैं।