रूस ने कहा है कि शाम पर फ़ौजी हमला ख़ित्ते के लिए तबाहकुन असरात मुरत्तिब करेगा । रूस की जानिब से ये वार्निंग उस वक़्त सामने आई है जब अमरीका और इस के हलीफ़ गुज़िश्ता हफ़्ते के कीमीयाई हमले के जवाब में शाम पर हमले के बारे में ग़ौरो ख़ौज़ कर रहे हैं। दूसरी तरफ़ अमरीकी वज़ीरे ख़ारिजा जॉन कैरी ने एक सख़्त बयान में शामी हुकूमत की जानिब से कीमीयाई हथियारों के नाक़ाबिले तरदीद इस्तिमाल की मुज़म्मत की है।
कैरी ने दमिश्क़ के मुज़ाफ़ात में इन हालिया हमलों को अख़लाक़ी बदतहज़ीबी क़रार दिया। कैरी ने अख़्बार नवीसों से बात करते हुए कहा कि जो कुछ हम ने शाम में गुज़िश्ता हफ़्ते देखा है इस से दुनिया के ज़मीर को ज़रूर जागना चाहिए।
फ़लाही तिब्बी तंज़ीम ने कहा है कि दमिश्क़ में उस के तीन हस्पतालों में गुज़िश्ता चहारशंबा को 3600 ऐसे मरीज़ों का ईलाज किया गया जिन में आसाबी ज़हर आलूदगी की अलामात थीं।
इन में से 355 हलाक हो गए। अक़्वामे मुत्तहदा के मुआइना कारों ने पीर को शहर के मग़रिबी इलाक़े माज़मीह में तक़रीबन तीन घंटे गुज़ारे, जहां उन्हों ने दो हस्पतालों का दौरा किया और मरीज़ों, ऐनी शाहिदों और डॉक्टरों से बात की। अक़्वामे मुत्तहदा के एक तर्जुमान ने कहा कि टीम ने नमूने भी हासिल किए।