अक़वाम-ए-मुत्तहिदा लीडर बांकी मून ने आज कहा कि शाम में मज़ालिम रोकने में नाकामी इस आलमी इदारे के वक़ार और सलामती कौंसिल के इख़्तयारात पर एक नया बदनुमा दाग़ बन चुका है।
उन्होंने कहा कि बहैसियत मजमूई हम शाम में ढाई साल से जारी मज़ालिम और जराइम को रोकने में नाकाम रहे और ये अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और इस के रुक्न ममालिक पर एक भारी बोझ है। उन्होंने कहा कि शाम के सानिहा को ख़त्म करने के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल को मोस्सर रोल अदा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शाम में आज भी मज़ालिम का सिलसिला जारी है।