शार्ली हेब्दो में छपे कार्टून देख कर मैं रो पड़ा ,मेरा परिवार सदमे में है: अब्दुल्लाह कुर्दी

अर्बिल:पिछले साल हुई एक सान्हा में समुद्र में डूबने से मरे सीरियाई बच्चे का पिता अब्दुल्ला कुर्दी अपने बेटे पर बने उस मूतनाज़ा कार्टून को देख रो पड़ा जिसमें उसके बेटे को मुस्तक़बिल जिनाकार के तौर पर पेश किया गया है। कुर्दी ने कहा कि इस कार्टून से उसका पूरा परिवार सदमे में है।

कुर्दी ने कल टेलीफोन पर हुई बातचीत में कहा, जब मैंने यह तस्वीर देखी, मैं रो पड़ा। मेरा परिवार अब भी सदमे में है।

एक लिखित बयान में उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांसीसी मेगज़ीन शार्ली हेब्दो में पब्लिश यह कार्टून गैर इंसानी औरगैर इख़्लाक़ी है और यह उतना ही बुरा है जितना कि किसी जंगी मुजरिम और दहशतगर्द की सरगर्मी , जिसके वजह से सीरिया और कहीं भी चारों ओर मौत का मंजर और नक़ल मकानी देखने को मिल रहा है।

अब्दुल्ला के तीन वर्षीय बेटे आयलान की लाश यूनान से बहकर तुर्की के किनारे पर आया था। औंधे मुंह पड़े मासूम आयलान के लाश की इस उदास तस्वीर ने पनाहगुज़ीनों की हलतेज़ार पर ध्यान मुतवज्जह किया जो जोखिम उठाकर यूरोप का सफर करते हैं।

सानिहा में आयलान के चार साला भाई और उसकी मां की मौत हो गई थी।

शार्ली हेब्दो ने आयलान का एक कार्टून पब्लिश किया है जिसमें आयलान को एक ऐसे आदमी के तौर पर दिखाया गया है जो एक औरत का पीछा करता है और कहता है: अगर छोटा आयलान बड़ा हो जाए तो वह क्या बनेगा।

सोशल नेटवर्किंग साइट पर शार्ली हेब्दो के इस कार्टून की कड़ी आलोचना हो रही है, वहीं कनाडा में रह रहे आयलान के रिश्तेदारों ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। वहीं मेगज़ीन ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है।