रियास्ती वज़ीर मिस्टर शैलजा नाथ ने डाक्टर के केशव राउ के इलावा दीगर क़ाइदीन की जानिब से तेलंगाना में पार्टी की शिकस्त का ज़िम्मेदार चीफ़ मिनिस्टर को क़रार देने पर सख़्त मुज़म्मत की और पार्टी उम्मीदवारों के लिए काम ना करने पर सख़्त तन्क़ीद की। उन्हों ने आज मीडीया से बातचीत करते हुए कहा कि चीफ़ मिनिस्टर ने पार्टी की शिकस्त की ज़िम्मेदारी ख़ुद क़बूल की है, वो पार्टी के इस्तिहकाम और ला ऐंड आर्डर की बरक़रारी के लिए तमाम इक़दामात कर रहे हैं,
इसी तरह ज़रूरत के मुताबिक़ पार्टी क़ाइदीन का इजलास तलब करते हुए मुस्तक़बिल की हिक्मत-ए-अमली भी तैय्यार की जाएगी। उन्हों ने कहा कि इंतिख़ाबी मुहिम से दूर रहने वाले डाक्टर के केशव राउ और दीगर क़ाइदीन को चीफ़ मिनिस्टर पर तन्क़ीद का अख़लाक़ी हक़ नहीं है।
तेलंगाना मैं इंतिख़ाबी मुहिम चलाते हुए पार्टी कैडर में नया जोश-ओ-ख़ुरोश पैदा करने की बजाय तेलंगाना के सीनीयर क़ाइदीन ने तेलंगाना जज़बा और इलाक़ा तेलंगाना में मुक़ाबला ना करने का इज़हार करके बिलवासता पार्टी कैडर का हौसला पस्त किया है।
अगर तेलंगाना के सीनीयर क़ाइदीन पार्टी के इस्तिहकाम के लिए संजीदा होते तो वो चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात करते और पार्टी उम्मीदवारों की कामयाबी के लिए मुशतर्का तौर पर इंतिख़ाबी मुहिम चलाते।उन्हों ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर और सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पार्टी की शिकस्त का ज़िम्मेदार क़रार देना मुनासिब नहीं है।
सीनीयर क़ाइदीन को चाहीए था कि पहले अपनी ज़िम्मेदारी निभाते, फिर इस के बाद दूसरों पर उनगली उठाते। रियास्ती वज़ीर-ए-सेहत मिस्टर डी एल रवींद्र रेड्डी के इस्तीफ़ा के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्हों ने कहा कि अगर वो इस्तीफ़ा के मुआमले में संजीदा होते
तो अपना इस्तीफ़ा गवर्नर को पेश करते, जब कि उन्हों ने अपना इस्तीफ़ा पार्टी सदर को रवाना किया है। पार्टी ने उन्हें जो ज़िम्मेदारी सौंपी थी, इस से राह फ़रार इख़तियार की। उन्हों ने कहा कि पार्टी की शिकस्त का ज़िम्मेदार कोई एक फ़र्द नहीं, बल्कि पार्टी के सारे क़ाइदीन हैं।