शिकागो आलामीया (घोषणा) में 60 ममालिक (मुल्कों) के क़ाइदीन का भी इत्तिफ़ाक़ (सहमति)

सदर (राष्ट्रपति) अमरीका बारक ओबामा ने आज कहाकि अफ़्ग़ानिस्तान में अमन के लिए जारी कोशिशें और बैरूनी अफ़्वाज (सेना) की जानिब से अंजाम दी गई कार्यवाईयों के देरपा नताइज बरामद होंगे। इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के लिए नाटो अफ़्वाज (सेना)ने जो अपने नुक़ूश छोड़े हैं इस का असर देरपा (देर तलक) रहे गा।

लिहाज़ा वक़्त आगया है कि अफ़्ग़ानिस्तान से अफ़्वाज (सेना) को वापिस तलब करलिया जाय और अफ़्ग़ानिस्तान के अंदरूनी हालात पर तवज्जा दी जाय। नाटो इत्तिहादी अफ़्वाज (सेना) ने अफ़्ग़ान मिशन को ख़त्म करते हुए 2014-तक फ़ौज की दसतबरदारी से इत्तिफ़ाक़ (सहमति) किया है। शिकागो में मुनाक़िदा दो रोज़ा नाटो चोटी कान्फ़्रैंस के बाद एक प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहाकि बैरूनी मुल्क में एक दहे तक अफ़्वाज (सेना) की मौजूदगी से ना सिर्फ सिपाहीयों के लिए तनाव का बाइस होती है बल्कि मुक़ामी आबादी के लिए भी तकलीफ़देह होती है।

अफ़्ग़ानिस्तान में इस वक़्त हालात निहायत ही हस्सास हैं और ये मुल़्क अपनी मुक़तदिर आला से मुताल्लिक़ (संबंधित) फ़िक्रमंद है। बिलाशुबा अफ़्ग़ानिस्तान में बैरूनी अफ़्वाज (सेना) ने जो काम अंजाम दिए हैं वो इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी के लिए वक़्त आने पर मोस्सर साबित हो सकते हैं। ओबामा ने 2014 -ए-तक बतदरीज अफ़्वाज (सेना) की दसतबरदारी को यक़ीनी बनाने का अह्द किया।

शिकागो में नाटो चोटी कान्फ़्रैंस में शरीक तक़रीबन 60 ममालिक (मुल्कों) के क़ाइदीन ने ऐलान किया है कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा से मनज़ूरा इंटरनैशनल स्कियोरटी अस्सिटैंटस फ़ोर्स बराए अफ़्ग़ानिस्तान का मिशन अब 2014 -में ख़त्म होजाएगा। नाटो को अब एक नया मिशन शुरू करना होगा और 2013 के बाद अफ़्ग़ानिस्तान में अपना नया रोल अदा करना होगा।

ओबामा ने इत्तिफ़ाक़ (सहमति) किया कि वो अफ़्ग़ानिस्तान को दरपेश चयालनजस और मसाइल (समस्स्याओं) से निमटने के लिए अपनी ज़िम्मेदारीयों को अंजाम देंगे और वहां की फ़ौज को भी ज़िम्मेदार बनाया जाएगा कि वो अपने मुल़्क की हिफ़ाज़त के लिए इक़दामात करे।

अब वक़्त आगया है कि हम एक मुस्तहकम अफ़्ग़ानिस्तान को पाने के लिए मुनासिब हिक्मत-ए-अमली तैय्यार करें।अफ़्ग़ानिस्तान इस वक़्त तक मुस्तहकम नहीं होसकता तावक़त के हम अपनी अफ़्वाज (सेना) वापिस तलब करके वहां सरमाया कारी को फ़रोग़ दें।