रांची : रांची कई हिल स्टेशनों से ठंडी हो गयी है। इतवार को हिमाचल प्रदेश के शिमला का दर्जे हरारत भी रांची के कांके से ऊपर रहा। दारुल हुकूमत से करीब 10 किलोमीटर दूर वाक़े कांके का कम अज कम दर्जे हरारत तीन डिग्री सेसि रिकाॅर्ड किया गया। वहीं शिमला का कम अज कम दर्जे हरारत 9.4 डिग्री सेसि रहा। शहरी इलाके के दर्जे हरारत में सनीचर के मुकाबले में करीब दो डिग्री सेसि की इजाफा हुई। इतवार को दारुल हुकुमत का कम अज कम दर्जे हरारत 7.5 डिग्री सेसि रिकाॅर्ड किया गया।
हवा की तेज रफ़्तार की वजह से खुली धूप होने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही थी। बर्फीली हवाएं सीधे हड्डी को छू रही थी। सुबह से शाम तक अलाव लोगों को सहारा बना। छुट्टी का दिन होने के बावजूद शाम में सड़कों पर भीड़ कम रही। दर्जे हरारत में उतार-चढ़ाव की वजह से बच्चों की तबीयत भी खराब हो रही है। कोल्ड स्ट्रोक से मरीजों की तादाद भी अस्पताल और नर्सिंग होम में बढ़ गयी है।
एयरपोर्ट वाक़ेय मौसम साईंसटिस महकमा ने कहा है कि आगे 24 घंटे तक सूरते हाल इसी तरह रहेगी। आसमान पूरी तरह साफ रहेगा। कम अज कम दर्जे हरारत छह से सात डिग्री के बीच रहेगी।
बीएयू के मौसम सायंस महकमा के सदर डॉ ए बदूद का कहना है कि कांके की आबोहवा खुली हुई है। इस वजह से इलाके में तेज रफ़्तार से हवा बहती है। इसका असर दर्जे हरारत पर भी पड़ता है। तेज हवा होने से दर्जे हरारत गिरता है। सनीचर और इतवार को हवा की रफ़्तार तेज थी। इस वजह से कांके में दर्जे हरारत कम रिकाॅर्ड किया गया।