किरकुक, 24 अप्रैल: (ए एफ पी) शुमाली इराक़ के सूबा किरकुक में आज इंतिहाई ख़तरनाक लड़ाई शुरू हो गई और एहतिजाजियों और सेक्युरिटी फ़ोर्स में झड़पों के नतीजा में 27 अफ़राद हलाक हो गए जबकि फ़ौज पर इंतेक़ामी हमलों के वाक़िया में 13 बंदूक़ बर्दार हलाक हो गए।
ये झड़पें सुन्नी इलाक़ों में गुज़श्ता चार माह के दौरान जारी एहतिजाजी मुज़ाहिरों के दौरान अब तक का सब से बड़ा पुरतशद्दुद वाक़िया है। एहतिजाजी शीआ वज़ीर-ए-आज़म नूर अलमालिकी के इस्तीफ़ा का मुतालिबा कर रहे हैं और हुक्काम पर सुन्नी अफ़राद को निशाना बनाने का इल्ज़ाम आइद किया जा रहा है।
आज का तशद्दुद मुक़ामी वक़्त के मुताबिक़ 5 बजे सुबह उस वक़्त शुरू हुआ जब सेक्युरिटी फ़ोर्स किरकुक के हवेजा इलाक़ा में दाख़िल हुई जहां जनवरी से एहतिजाजी मुज़ाहिरे जारी हैं। एक सीनीयर फ़ौजी ओहदेदार ने बताया कि इस वाक़िया में 27 अफ़राद हलाक और तकरीबन 60 ज़ख़्मी हो गए ।
इस इलाक़ा के ज़िम्मेदार इराक़ी आर्मी डिवीज़न से वाबस्ता ब्रीगेडियर जनरल ने कहा कि सेक्युरिटी फ़ोर्स की कार्रवाई का मक़सद सुन्नी दहशतगर्दों के एक ग्रुप को निशाना बनाना था। उन्होंने कहा कि इस नक़्शबंदिया आर्मी ग्रुप ने सेक्युरिटी फ़ोर्स को देखते ही उन पर फायरिंग कर दी जिस के जवाब में फ़ौज ने भी फायरिंग की।