बांग्लादेश की वजीरे आजम शेख हसीना के भाई प्रो.एम अबुल हुसैन सिकदर रांची यूनिवर्सिटी से पीएचडी करेंगे। 65 साला सिकदर ढाका में अतिस दिपांकर साइंस एंड टेक्नालॉजी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हैं। उन्हें रांची यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ.एलएन भगत ने पीएचडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की मंजूरी दे दी है। प्रो. सिकदर पीजी एंथ्रोपोलॉजी डिपार्टमेंट के साबिक़ एचओडी डॉ.करमा उरांव की हिदायत में तहक़ीक़ का काम पूरा करेंगे। उनका मौजू होगा ‘फैमिली प्लानिंग इन बांग्लादेश।’
पीएचडी रजिस्ट्रेशन की मंजूरी लेने के लिए प्रो.सिकदर पिछले सात दिनों से रांची में हैं। उन्होंने कहा कि यह उनकी तालीमी सफर है। उन्होंने यहां वीसी से मुलाकात की और यहां से पीएचडी करने की इच्छा जताई। इस पर वीसी ने उन्हें रजिस्ट्रेशन कराने को कहा। प्रो. सिकदर ने कहा कि उन्होंने 2002 में भी रांची यूनिवर्सिटी से पीएचडी करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन मुकर्रर मुद्दत में तहक़ीक़ का काम पूरा नहीं कर पाए।
अमेरिका में किया है तहक़ीक़ काम
बांग्लादेश के प्रीमियर ढाका कॉलेज से आल तालीम की डिग्री हासिल के बाद प्रो. सिकदर तहक़ीक़ काम के लिए अमेरिका चले गए थे। वहां उन्होंने कम्युनिटी रिसर्च इन वेल्युएशन और एडवांस कम्युनिकेशन में तहक़ीक़ काम पूरा किए।
इंटरनेशनल फोरम बनेगा
प्रो. सिकदर ने बताया कि तहक़ीक़ कामों को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेशनल फोरम फॉर प्रमोशन ऑफ रिसर्च एजुकेशन एंड सोशल डेवलमेंट की तशकील की अमल शुरू की गई है। फोरम में डॉ.करमा उरांव और दीगर तालीमी दानिश्वरों को शामिल किया गया है।