दूरदर्शन के इंचार्ज डाइरेक्टर डॉक्टर शैलेश पंडित के घर की तलाशी के दौरान 10 लाख रुपये नकद मिले हैं। वहीं दिल्ली वाकेय रिहाइशगाह से तकरीबन तीन लाख रुपये कीमत के एनएससी/केवीपी व करीब 26 लाख रुपये के फिक्स डिपॉजिट के दस्तावेज बरामद किये गये हैं। इसके अलावा गैर मकतुला जायदाद में इन्वेस्ट से मुतल्लिक़ दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं।
बुध की देर रात तबीयत खराब होने की वजह से सीबीआइ ने उन्हें रिम्स में एड्मिट कराया है। साथ ही इसकी इत्तिला सीबीआइ के खुसुसि जज को दी गयी है। घूसखोरी के इल्ज़ाम में गिरफ्तार डॉक्टर शैलेश पंडित ने देर रात सीबीआइ को अपनी तबीयत खराब होने की शिकायत की थी।
सीने में दर्द समेत दीगर क़िस्म की शिकायतों के मद्देनजर सीबीआइ अफसर उन्हें देर रात रिम्स ले गये। वहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की और एड्मिट कर लिया। फिलहाल वह रिम्स के मेडिसीन वार्ड में एड्मिट हैं। उनका इलाज चल रहा है।
सीबीआइ ने मुल्ज़िम के बीमार पड़ने और उसके अस्पताल में एड्मिट किये जाने की इत्तिला 25 जून को सीबीआइ के खुसुसि जज की अदालत में दी। साथ ही मुल्ज़िम को पांच हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार करने की जानकारी दी। मामले की जानकारी के बाद सीबीआइ के खुसुसि जज ने उन्हें न्यायिक हिरासत में इलाज कराने का हुक्म दिया।
गौरतलब है कि सीबीआइ ने 24 जून को उन्हें अपनी तहत मुलाज़िम से पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके रांची और दिल्ली वाकेय घर की तलाशी ली गयी। तलाशी में उनके घर से 10 लाख रुपये नकद जब्त किये गये। इसके अलावा करीब चार लाख रुपये के एनएससी और फिक्स डिपोजिट के कागजात मिले हैं।
तलाशी के दौरान जमीन खरीदे जाने से मुतल्लिक़ दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं। लखनऊ में एक फ्लैट से मुतल्लिक़ दस्तावेज भी मिले हैं। घर से 10 लाख रुपये नकद मिलने के बाद सीबीआइ अफसरों ने उनसे इसके जरिये के सिलसिले में पूछताछ की। ज़राये के मुताबिक वह पैसों के जरिये के मामले में बार-बार अपना बयान बदलते रहे। उनके खिलाफ बदउनवान निवारण एक्ट के तहत एफ़आईआर दर्ज कर ली गयी है।